November 17, 2025

देश में कमर्शियल एलपीजी 6 रुपये हुआ महंगा, घरेलू रसोई गैस की कीमतों में कोई बदलाव नहीं

नई दिल्ली। 1 मार्च 2025 से भारत में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में वृद्धि दर्ज की गई है। तेल कंपनियों ने 19 किलो वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम में 6 रुपये तक की बढ़ोतरी की है। हालांकि, घरेलू रसोई गैस की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नई कीमतों के अनुसार, दिल्ली में अब यह सिलेंडर 1803 रुपये में मिलेगा, जबकि फरवरी में इसकी कीमत 1797 रुपये थी। इसी तरह, कोलकाता में इसकी नई कीमत 1913 रुपये हो गई है, जो फरवरी में 1907 रुपये थी। मुंबई में इस सिलेंडर की कीमत 1755.50 रुपये हो गई है, जो पहले 1749.50 रुपये थी।
पिछले महीनों में कीमतों का उतार-चढ़ाव
अगर जनवरी और फरवरी 2025 के ट्रेंड को देखें, तो इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और अन्य तेल कंपनियों ने फरवरी में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम में 7 रुपये तक की कटौती की थी। जनवरी में दिल्ली में इसकी कीमत 1804 रुपये थी, जबकि फरवरी में इसे घटाकर 1797 रुपये कर दिया गया था। इसी प्रकार, कोलकाता में जनवरी में यह 1911 रुपये में था, जो फरवरी में घटकर 1907 रुपये हो गया था। मुंबई में भी जनवरी में सिलेंडर की कीमत 1756 रुपये थी, जो फरवरी में 1749.50 रुपये कर दी गई थी। हालांकि, मार्च में एक बार फिर कीमतों में मामूली वृद्धि देखी गई है।
घरेलू एलपीजी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
घरेलू उपयोग के लिए 14 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। दिल्ली में यह सिलेंडर 803 रुपये में मिल रहा है, जो 1 अगस्त 2024 से स्थिर है। कोलकाता में इसकी कीमत 829 रुपये, मुंबई में 802.50 रुपये और चेन्नई में 818.50 रुपये बनी हुई है। इसका अर्थ है कि घरेलू उपभोक्ताओं को फिलहाल राहत मिली हुई है, क्योंकि उनके लिए एलपीजी सिलेंडर के दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। एलपीजी दरों में बदलाव की प्रक्रिया
भारत में तेल कंपनियां हर महीने की पहली तारीख को एलपीजी की कीमतों की समीक्षा करती हैं और नए रेट जारी करती हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल और एलपीजी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ता है। सरकार और तेल कंपनियां मिलकर इन दरों को नियंत्रित करती हैं, ताकि उपभोक्ताओं पर अधिक आर्थिक दबाव न पड़े। मार्च 2025 में कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में हल्की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन यह पिछले कुछ महीनों की तुलना में बहुत ज्यादा नहीं है। वहीं, घरेलू गैस की कीमतें स्थिर रखी गई हैं, जिससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिली है। एलपीजी की कीमतें हर महीने संशोधित होती हैं, और यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार और अन्य आर्थिक कारकों पर निर्भर करता है।

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