September 17, 2025

गैंगवॉर और फायरिंग पर बोले अनंत सिंह, कहा- सोनू और मोनू चोर, हमें एफआईआर की कोई परवाह नहीं

पटना। मोकामा क्षेत्र में बुधवार को हुई 100 राउंड फायरिंग ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। यह घटना पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह के समर्थकों और गैंगस्टर सोनू-मोनू के बीच हुई। ग्रामीणों का कहना है कि शाम करीब साढ़े चार बजे अनंत सिंह के पहुंचने के बाद यह घटना घटी। फायरिंग के दौरान का एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें 53 सेकंड के दौरान करीब 20 राउंड फायरिंग की आवाज सुनी जा सकती है। अनंत सिंह ने मीडिया को बताया कि उनके समर्थक जब सोनू और मोनू से बातचीत करने गए, तो उन पर फायरिंग कर दी गई। इस दौरान उनके एक समर्थक को गर्दन पर गोली लग गई। वहीं, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि खुद अनंत सिंह ने भी फायरिंग की। घटना के बाद से पुलिस हाई अलर्ट पर है। रातभर ग्रामीण एसपी ने पंचमहला थाने में उच्चस्तरीय बैठक की और इसके बाद केस दर्ज किया गया। घटना के बाद मीडिया से बातचीत में अनंत सिंह ने कहा कि उन्हें केस से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने आरोप लगाया कि सोनू और मोनू गैंगस्टर हैं, जो किडनैपिंग और चोरी जैसे अपराधों में लिप्त हैं। उनके अनुसार, वे लोगों के खेतों को लूटते हैं और उनके पिता भी डकैत थे। पुलिस इनसे मिली हुई है, और पैसे लेकर इन्हें संरक्षण दे रही है। अगर पुलिस ने समय पर कार्रवाई की होती, तो यह घटना नहीं होती। अनंत सिंह ने कहा कि सोनू और मोनू जैसे लोग पिस्टल लेकर खुलेआम घूमते हैं और ग्रामीणों में भय पैदा करते हैं। उनका आरोप है कि ये गैंगस्टर पुलिस के संरक्षण में काम कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने सरकार और पुलिस से बार-बार कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। घटना के दौरान एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें फायरिंग की आवाजें स्पष्ट रूप से सुनी जा सकती हैं। हालांकि, यह वीडियो दूर से बनाया गया है, जिससे स्पष्ट रूप से यह नहीं कहा जा सकता कि गोलियां कौन चला रहा था। पुलिस ने इस वीडियो को अपने जांच का हिस्सा बना लिया है। घटना के बाद पटना पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी। ग्रामीण एसपी ने घटना स्थल का दौरा किया और आधी रात तक स्थानीय पुलिस स्टेशन में उच्चस्तरीय बैठक की। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है और केस दर्ज कर लिया गया है। पूर्व विधायक ने कहा कि उन्हें अपने खिलाफ दर्ज केस की कोई परवाह नहीं है। उनका कहना है कि अगर सरकार को लगता है कि उन्हें जेल भेजना चाहिए, तो वे इसके लिए तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे लोगों के साथ खड़े हैं और उनकी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाएंगे। इस गोलीबारी की घटना से इलाके में तनाव का माहौल है। ग्रामीण डरे हुए हैं और पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है। अनंत सिंह और सोनू-मोनू के बीच चल रहे टकराव ने इस क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की गंभीरता को उजागर कर दिया है। इस घटना ने न केवल मोकामा क्षेत्र में डर का माहौल पैदा किया है, बल्कि प्रशासन और पुलिस की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं। अब यह देखना होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी निष्पक्षता से कार्रवाई करती है और क्या इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।

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