December 6, 2025

मरीन ड्राइव के पास फिर आमरण अनशन शुरू करेंगे प्रशांत किशोर, जिला प्रशासन से मिली अनुमति

पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर प्रशांत किशोर एक बार फिर आमरण अनशन करने जा रहे हैं। पटना जिला प्रशासन से उनकी पार्टी जन सुराज को मरीन ड्राइव के पास अनशन करने की अनुमति मिल गई है। इस अनुमति के बाद प्रशांत किशोर और उनकी टीम अब खुलकर अपनी मांगों को लेकर अभियान चलाएंगे।
अनशन की अनुमति के लिए प्रशासन को लिखा पत्र
प्रशांत किशोर की पार्टी ने पटना जिला प्रशासन से मरीन ड्राइव के पास कैंप कार्यालय संचालित करने की अनुमति मांगी थी। इससे पहले सदर एसडीएम ने मरीन ड्राइव के निकट कैंप संचालन पर रोक लगा दी थी। इसके बाद जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इस रोक को हटाने की अपील की। डीएम ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए शर्तों के साथ अनुमति दी। अनुमति में यह स्पष्ट किया गया है कि कैंप संचालन और अनशन के दौरान किसी भी तरह की विधि-व्यवस्था भंग नहीं होनी चाहिए। कैंप को कुर्जी के मरीन ड्राइव क्षेत्र में स्थापित करने की योजना है, जहां हाईटेक टेंट और अन्य सुविधाओं की तैयारी चल रही है।
भूमि विवाद और कैंप की तैयारियां
मरीन ड्राइव के पास जमीन को लेकर विवाद भी हुआ। प्रशासन ने इस जमीन को सरकारी बताया और कैंप लगाने पर रोक लगा दी थी। इसके बावजूद, प्रशांत किशोर की टीम ने जमीन को समतल करने और कैंप स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। इस दौरान हाईटेक टेंट और अन्य सुविधाओं की तस्वीरें भी सामने आईं।
बीपीएससी परीक्षा पर छात्रों के साथ चर्चा
प्रशांत किशोर ने सोमवार को पटना में बीपीएससी के कुछ अभ्यर्थियों के साथ बैठक की। इस बैठक में छात्रों ने परीक्षा में हुई अनियमितताओं पर चर्चा की और परीक्षा रद्द करने की मांग को दोहराया। प्रशांत किशोर ने छात्रों को भरोसा दिलाया कि उनकी आवाज को राज्यपाल तक पहुंचाया जाएगा। बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने भी इस मुद्दे पर छात्रों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की पहल की। प्रशांत किशोर ने मुलाकात के पहले छात्रों से कहा कि उन्हें उम्मीद है कि राज्यपाल उनकी मांगों को लेकर सकारात्मक कदम उठाएंगे।
प्रशांत किशोर का रुख और अनशन का ऐलान
राज्यपाल से मुलाकात के बावजूद प्रशांत किशोर ने अपने आमरण अनशन को जारी रखने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि जब तक बीपीएससी की 70वीं पीटी परीक्षा रद्द नहीं होती और छात्रों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वे पीछे नहीं हटेंगे। मरीन ड्राइव के पास आमरण अनशन के जरिए प्रशांत किशोर ने एक बार फिर छात्रों के समर्थन में खड़े होने का संदेश दिया है। जिला प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद अब यह देखना होगा कि उनका यह आंदोलन कितना प्रभावी साबित होता है। अनशन के साथ-साथ प्रशासन और छात्रों के बीच संवाद बनाए रखने की कोशिश भी जारी है।

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