नवादा यूपीआई पेमेंट के नाम पर फर्जीवाड़ा, बदमाश ने कई दुकानदारों को लगाया चूना, ठग गिरफ्तार
नवादा। नवादा जिले में यूपीआई पेमेंट के नाम पर फर्जीवाड़े का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना ने दुकानदारों और व्यापारियों को सतर्क रहने का संदेश दिया है। स्थानीय लोगों ने सतर्कता दिखाते हुए एक साइबर ठग को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। यह घटना नवादा स्टेशन रोड स्थित सियाराम मशीनरी की है। एक युवक ने दुकान से सामान खरीदने के बाद यूपीआई के माध्यम से 1530 रुपये का भुगतान करने का दावा किया। दुकानदार ने जब अपने खाते की जांच की तो पाया कि मोबाइल पर मैसेज तो आया, लेकिन खाते में राशि जमा नहीं हुई। दुकानदार ने तुरंत युवक को पकड़ लिया और शोर मचाकर अन्य लोगों को घटना की जानकारी दी। स्थानीय लोगों ने सतर्कता दिखाते हुए तुरंत नगर थाना को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में लिया। गिरफ्तार युवक की पहचान नवादा जिले के पकरीबरावां थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी सुरेंद्र कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने उससे पूछताछ की, जिसमें यह बात सामने आई कि वह एक पेशेवर साइबर ठग है। वह विभिन्न दुकानों में सामान खरीदने के बाद यूपीआई पेमेंट के नाम पर फर्जी मैसेज दिखाकर लोगों को धोखा देता था। साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति ने बताया कि घटना के बाद पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमन के निर्देश पर एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया। जांच में यह पुष्टि हुई कि आरोपी यूपीआई पेमेंट फर्जीवाड़े में संलिप्त था। गिरफ्तार युवक के पास से एक मोबाइल फोन, एक एटीएम कार्ड, और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है। यह सभी सामग्रियां साइबर अपराध में उपयोग की जा रही थीं। नगर थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ साइबर थाना में कांड संख्या 7/25 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आरोपी ने इस तरह की घटनाओं को और कहां-कहां अंजाम दिया है। इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि साइबर अपराधी अब यूपीआई पेमेंट का सहारा लेकर लोगों को ठगने का नया तरीका अपना रहे हैं। डिजिटल लेन-देन में यह धोखाधड़ी व्यापारियों और आम जनता के लिए एक बड़ी चुनौती बनती जा रही है। पुलिस और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने व्यापारियों को सलाह दी है कि वे ऑनलाइन पेमेंट का सत्यापन तुरंत करें। यूपीआई पेमेंट के लिए हमेशा आधिकारिक एप्स और पोर्टल का उपयोग करें। नवादा की इस घटना ने साइबर अपराध की गंभीरता को उजागर किया है। यह आवश्यक है कि लोग डिजिटल लेन-देन में सतर्कता बरतें और किसी भी संदेहजनक गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। साइबर अपराध के खिलाफ सतर्कता और कार्रवाई ही इसका सबसे प्रभावी उपाय है।


