December 5, 2025

पटना में अपराधियों ने एटीएम से की छेड़छाड़, प्लास्टिक का कार्ड लगाया, सीसीटीवी से जांच जारी

  • राजधानी में सामने आया साइबर ठगी का दूसरा मामला, बिना ओटीपी के दो खाते हुए साफ

पटना। राजधानी पटना में साइबर अपराधियों के द्वारा एटीएम मशीन से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के तारामंडल स्थित यूको बैंक की एटीएम मशीन की है। बताया जा रहा है कि अपराधियों ने इस मशीन से पैसे निकालने के लिए एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया।
प्लास्टिक शीट से फंसाया एटीएम
यूको बैंक के अधिकारी सन्नी कुमार ने बताया कि एटीएम मशीन के कैश निकलने वाली जगह पर अपराधियों ने एक प्लास्टिक शीट लगाई थी। इस शीट को इस तरह से फिट किया गया था कि मशीन से कैश बाहर न आ सके। जब बैंक के अधिकारी ने मशीन का निरीक्षण किया तो यह शीट दिखाई दी, जिसे तुरंत हटा दिया गया।
सीसीटीवी में कैद हुआ अपराध
इस मामले की जांच के लिए सीसीटीवी फुटेज का सहारा लिया जा रहा है। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि एक व्यक्ति एटीएम मशीन के पास आता है और प्लास्टिक शीट को लगाता है। पुलिस अब इस फुटेज की मदद से अपराधी की पहचान करने और उसे पकड़ने की कोशिश कर रही है।
साइबर अपराध की बढ़ती घटनाएं
पटना समेत पूरे प्रदेश में साइबर अपराधों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अपराधी ठगी के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि साइबर अपराधी अब तकनीक का इस्तेमाल कर बैंकों और एटीएम को निशाना बना रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई
यूको बैंक के अधिकारियों द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर कोतवाली थाने की पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस ने अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है। यह उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही अपराधियों को पकड़ा जाएगा।
जनता को सतर्क रहने की सलाह
इस घटना के बाद पुलिस ने आम जनता से सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि एटीएम मशीन में किसी भी अनजान या असामान्य चीज को देखें तो तुरंत बैंक अधिकारियों या पुलिस को सूचित करें। साइबर अपराधियों के नए-नए तरीकों से बैंक और जनता दोनों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
बिना ओटीपी के दो खाते से पैसे गायब, प्राथमिकी दर्ज
वही साइबर ठगी का एक अलग मामला सामने आया है। कदमकुआं थाना क्षेत्र के रहने वाले सिद्धार्थ लाल और उनकी पत्नी श्वेता लाल के बैंक खाते में सेंधमारी कर दी गयी। उन्हें भनक भी नहीं लगा और बैंक खाते से पैसे निकल गए। साइबर शातिरों ने ये पैसे उड़ा लिए। पीड़ित ने जो प्राथमिकी दर्ज करायी है उसमें बताया गया कि उन्हें ना तो कोई ओटीपी आया और ना ही मैसेज आया। इसके बावजूद बैंक खाते से अवैध तरीके से ट्रांजेक्शन कर लिया गया। सिद्धार्थ के खाते से 1 लाख 1 हजार 242 रुपए और उनकी पत्नी के खाते से 34 हजार 2 रुपए निकासी की शिकायत मिली है।

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