पटना समेत पूरे प्रदेश में कोहरे के कारण बढ़ी कनकनी, पहाड़ों में बर्फबारी से गिरेगा तापमान
पटना। बिहार में ठंड ने अपने पैर पसार लिए हैं, और राजधानी पटना समेत पूरे राज्य में इसका असर साफ देखा जा सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार से प्रदेश में मौसम में तेज बदलाव होने के संकेत मिले हैं। पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बर्फबारी और मैदानी इलाकों में चल रही पछुआ हवाओं के चलते राज्य का तापमान लगातार गिर रहा है। सुबह और रात के समय घना कोहरा छाने के कारण ठंड का असर और ज्यादा महसूस हो रहा है। सोमवार को राज्य के कई हिस्सों में कोहरे की घनी चादर छाई रही। खासतौर पर रोहतास जिले के डेहरी में न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो इस सीजन में अब तक का सबसे कम तापमान है। वहीं राजधानी पटना में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.8 डिग्री कम था। मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाले तीन दिनों तक तापमान में ज्यादा बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि इसके बाद न्यूनतम तापमान में 1 से 3 डिग्री तक की और गिरावट दर्ज की जा सकती है।
कोहरे और पछुआ हवाओं का प्रभाव
सुबह के समय राज्य के अधिकांश हिस्सों में आंशिक से लेकर घना कोहरा छाया हुआ है। कोहरे के कारण दृश्यता में कमी आ रही है, जिससे यातायात प्रभावित हो रहा है। कोहरे के साथ चल रही पछुआ हवाएं कनकनी को और बढ़ा रही हैं। सुबह और शाम के समय लोग घरों में दुबके रहने को मजबूर हैं। दिन के समय भी ठंडी हवाओं के कारण लोग गर्म कपड़ों में नजर आ रहे हैं।
आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले कुछ दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का असर बिहार में भी साफ देखा जा सकता है। अधिकतम तापमान में भी हल्की कमी दर्ज की जा सकती है। इस वजह से प्रदेश में ठंड का असर और गहराने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 5 से 6 दिनों तक यही स्थिति बनी रहेगी। इसके बाद ही मौसम में थोड़ी स्थिरता आ सकती है।
लोगों पर ठंड का असर
ठंड बढ़ने के कारण प्रदेश में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। सुबह और रात के समय ठंड का असर सबसे ज्यादा महसूस हो रहा है। स्कूल जाने वाले बच्चे और कामकाजी लोग इस ठंड में ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। प्रशासन की ओर से लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे गर्म कपड़े पहनें और जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें।
प्रशासन की तैयारियां
ठंड के बढ़ते असर को देखते हुए प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं। गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए अलाव की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही रैन बसेरों में ठंड से बचने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी ठंड से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए सतर्कता बरतने की सलाह दी है। खासतौर पर सर्दी, जुकाम, और बुखार जैसी बीमारियों से बचने के लिए गर्म पानी और पोषक आहार लेने की सलाह दी जा रही है। बिहार में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। कोहरे और पछुआ हवाओं के कारण तापमान में गिरावट जारी है, जिससे जनजीवन पर बड़ा असर पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा अलाव और रैन बसेरों की व्यवस्था की जा रही है, लेकिन लोगों को भी ठंड से बचने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। ऐसे में सतर्कता और बचाव ही सबसे अच्छा उपाय है।


