October 29, 2025

श्रीनगर में सेना ने मुठभेड़ में एक आतंकी को मार गिराया, इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को आतंकवाद के खिलाफ एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। श्रीनगर के हरवान इलाके में सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ के दौरान एक आतंकी को मार गिराया है। इस क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना मिलने के बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। मुठभेड़ के बाद इलाके में तलाशी अभियान जारी है और सुरक्षा बल पूरी सतर्कता के साथ क्षेत्र की घेराबंदी कर रहे हैं। यह ऑपरेशन 3 दिसंबर 2024 को उस समय शुरू हुआ, जब सुरक्षा एजेंसियों को हरवान क्षेत्र में आतंकियों की सक्रियता के बारे में खुफिया जानकारी मिली। इसके आधार पर भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर संयुक्त सर्च ऑपरेशन का आगाज किया। सुरक्षा बलों ने इलाके को चारों ओर से घेर लिया और संदिग्ध स्थानों की ओर बढ़ने लगे। इसी दौरान आतंकियों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि इलाके में कितने आतंकी छिपे हो सकते हैं। तलाशी अभियान में और अधिक आतंकियों की मौजूदगी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। मुठभेड़ स्थल के पास के दाचीगाम जंगल क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है। सभी प्रमुख सड़कों और रास्तों को सील कर दिया गया है ताकि आतंकियों का भागना असंभव हो सके। पुलिस और सेना के जवान घर-घर जाकर तलाशी ले रहे हैं। मुठभेड़ के दौरान स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में विशेष निर्देश दिए गए हैं। स्थानीय निवासियों को मुठभेड़ क्षेत्र से दूर रहने की सलाह दी गई है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ यह कार्रवाई कोई नई नहीं है। हाल के महीनों में सुरक्षा बलों ने कई सफल ऑपरेशन किए हैं। पिछले महीने बारामूला जिले में सुरक्षाबलों ने सोपोर के रामपुरा राजपुरा वन क्षेत्र में एक आतंकवादी को मार गिराया था। उस ऑपरेशन के दौरान भी सुरक्षा बलों ने जंगल क्षेत्र में छिपे आतंकियों की खुफिया सूचना के आधार पर सर्च अभियान चलाया था। इन सफल अभियानों से यह साफ है कि सुरक्षाबल राज्य में आतंकवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हाल के दिनों में सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकवादियों की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कनेक्शनों को कमजोर करने के लिए बड़े कदम उठाए हैं। हालांकि, आतंकी संगठन नई रणनीतियों के तहत घने जंगलों और दूरदराज के इलाकों में शरण ले रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि दाचीगाम जंगल जैसे क्षेत्र आतंकियों के लिए छिपने की सुरक्षित जगह बन सकते हैं, लेकिन सुरक्षाबलों की लगातार सतर्कता और प्रभावी खुफिया नेटवर्क ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया है। सुरक्षा बलों की यह कार्रवाई न केवल आतंकियों के खिलाफ है, बल्कि यह आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी एक प्रयास है। ऐसे अभियानों में सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करती हैं कि स्थानीय नागरिकों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो। इस मुठभेड़ के दौरान भी सेना और पुलिस ने यह सुनिश्चित किया कि गोलीबारी से प्रभावित क्षेत्र में कोई स्थानीय नागरिक फंसा न हो। स्थानीय प्रशासन ने इलाके के लोगों को आश्वस्त किया है कि उनकी सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। श्रीनगर में हालिया मुठभेड़ से यह साफ है कि सुरक्षा बल आतंकवाद के खात्मे के लिए पूरी तरह तैयार हैं। सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि आतंकवादी अब कहीं भी सुरक्षित नहीं रह सकते। पिछले कुछ वर्षों में सरकार ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के ठिकानों, फंडिंग स्रोतों और उनके नेटवर्क को कमजोर करने में बड़ी सफलता हासिल की है। श्रीनगर के हरवान इलाके में हुई यह मुठभेड़ जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता बहाल करने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। सुरक्षा बलों की सतर्कता और सटीकता ने आतंकवादियों को स्पष्ट संदेश दिया है कि उनकी गतिविधियां अब ज्यादा दिन तक नहीं चलेंगी। आने वाले समय में, अगर इसी प्रकार की कार्रवाई जारी रहती है, तो जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है। सुरक्षा बलों और आम नागरिकों के बीच आपसी सहयोग इस दिशा में एक अहम भूमिका निभा रहा है।

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