September 30, 2025

सीतामढ़ी में मूर्ति विसर्जन विवाद में चाकूबाजी, 2 लोगों की मौत, कई घायल

सीतामढ़ी। बिहार के सीतामढ़ी जिले के सुप्पी थाना क्षेत्र के ढेंग गांव में दुर्गा पूजा के मूर्ति विसर्जन के दौरान हिंसक झड़प हो गई, जिसमें चाकूबाजी की घटना के चलते दो लोगों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस विवाद ने दो समुदायों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है। घटना के बाद इलाके में आक्रोश फैल गया, और आक्रोशित लोगों ने आगजनी करते हुए दोषियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की। यह घटना उस समय हुई जब दुर्गा पूजा के मूर्ति विसर्जन के बाद लोग लौट रहे थे। दो समुदायों के बीच पहले से ही महावीर झंडा के दौरान हुए विवाद को लेकर तनाव बना हुआ था, जिसे पुलिस ने पहले शांत करवा दिया था। लेकिन मंगलवार की सुबह दुर्गा पूजा के मूर्ति विसर्जन के बाद जब लोग अपने घर लौट रहे थे, तो एक समुदाय के कुछ लोगों ने चाकूबाजी की घटना को अंजाम दिया। इस हमले में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को पहले स्थानीय निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया, जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें सीतामढ़ी रेफर कर दिया गया। हालाँकि, घायलों में से दो लोगों ने मंगलवार की सुबह दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान ढेंग गांव के निवासी 50 वर्षीय तालेवार साहनी और 55 वर्षीय भरत साहनी के रूप में की गई है। दो लोगों की मौत के बाद इलाके में तनाव और बढ़ गया। आक्रोशित ग्रामीणों ने ढेंग में आगजनी कर विरोध प्रदर्शन किया और हत्यारों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की। इस हिंसा और विरोध प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया। स्थानीय प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एहतियातन कदम उठा रहा है। पुलिस ने इस घटना के तुरंत बाद कार्रवाई शुरू कर दी। सीतामढ़ी के सदर डीएसपी राम कृष्णा ने बताया कि पहले महावीर झंडा के दौरान दो समुदायों के बीच विवाद हुआ था, जिसे पुलिस ने शांत कराया था। लेकिन दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान स्थिति फिर से बिगड़ गई, और चाकूबाजी की घटना हो गई। घटना के बाद पुलिस ने कई संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। डीएसपी ने कहा कि इस घटना में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के प्रयास कर रही है। इस घटना के बाद ढेंग गांव और आसपास के क्षेत्रों में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। दो समुदायों के बीच बढ़ते विवाद और हिंसा के कारण स्थानीय प्रशासन को सतर्क रहना पड़ रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस विवाद ने इलाके में शांति भंग कर दी है और लोग भयभीत हैं। इस प्रकार की हिंसक घटनाएं न केवल जान-माल का नुकसान करती हैं, बल्कि समाज में आपसी सौहार्द और भाईचारे को भी कमजोर करती हैं। इस घटना के बाद राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और कानून व्यवस्था को बहाल करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। पुलिस लगातार संदिग्धों की पहचान कर रही है और मामले में शामिल सभी लोगों को कानून के दायरे में लाने के लिए प्रयासरत है। सीतामढ़ी जिले के ढेंग गांव में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए विवाद और चाकूबाजी की यह घटना बेहद दुखद और निंदनीय है। इसमें दो लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हुए। यह घटना दिखाती है कि कैसे धार्मिक और सांप्रदायिक तनाव समाज में हिंसा का कारण बन सकता है। प्रशासन को इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की हिंसक घटनाएं न हों। साथ ही, समाज के सभी वर्गों को मिलकर इस प्रकार के तनाव और विवादों से बचने के लिए आपसी सहयोग और समझदारी से काम लेना चाहिए।

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