मसौढ़ी में राजद की गुटबंदी सतह पर आई, विधायक की मनौती भी नहीं आई काम
संवाद सहयोगी, मसौढी। एनआरसी व सीएए के खिलाफ शनिवार को प्रखंड कार्यालय पर राजद द्वारा आहूत धरना में राजद का आपसी कलह सतह पर आता दिखा। दोनों गुटों ने प्रखंड कार्यालय परिसर में अलग-अलग धरना दिया। एक गुट की अध्यक्षता पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष ब्रजनंदन सहाय व जबकि दूसरे गुट की अध्यक्षता लाला प्रसाद यादव ने की। उस वक्त विचित्र स्थिति पैदा हो गई, जब दोपहर में स्थानीय विधायक रेखा देवी धरना स्थल पर पहुंची और पहले विरोधी खेमे में जा बैठी। बाद में विधायक ने दोनों गुटों को एक साथ धरना देने के लिए मान मनौव्वल किया। लेकिन लोगों ने उनकी एक नहीं सुनी और फिर विधायक अपने पक्ष के खेमे में जा बैठी। इस दौरान दोनों गुटों के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। इस मौके पर वक्ताओं ने एनआरसी व सीसीए को लेकर केंद्र व सूबे की सरकार की तीखी आलोचना करते हुए इसे भारतीय संविधान के खिलाफ बताया। उन्होंने केंद्र से इसे वापस लेने की मांग की। वक्ताओं में सुनील सम्राट, प्रखंड अनुसूचित जाति के अध्यक्ष राजेश पासवान, युवा राज प्रखंड अध्यक्ष संजीव कुमार सुमन, पूर्व प्रमुख इंदू देवी, पूर्व जिला पार्षद रामउचित चौधरी, पूर्व मुखिया सबुजा देवी, मुखिया सुरेंद्र यादव, लालबिहारी सिंह, कृष्णा यादव, मिथिलेश कुमार मंडल, मकबूल आलम, फागू सिंह समेत अन्य वक्ता शामिल थे।
क्या कहती हैं विधायका: विधायका रेखा देवी ने बताया कि धरना कोई व्यक्तिगत नहीं था, बल्कि पार्टी का था और पार्टी व झंडा एक है। उन्होंने बताया कि वे दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास की। लेकिन उन्होंने उनकी बात अनसूनी कर दी।


