रेलवे परीक्षा में वैकेंसी बढ़ाने की मांग को लेकर पटना में सड़क पर उतरे 15 हजार अभ्यर्थी, जमकर किया प्रदर्शन

पटना। रेलवे प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों का आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। रिक्तियां बढ़ाने की मांग के लिए मंलगवार को भी 15 हजार के अधिक अभ्यर्थी सड़कों पर उतरे। बाजार समिति पर नहर पर आंदोलन कर रहे अभ्यर्थी पहुंचे। पुलिस की अधिक संख्या की वजह से छात्र इधर-उधर भागने लगे। वहीं भीखना पहाड़ी मोड़ पर सैकड़ों पुलिस की तैनती की गई है। कई बार अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच नोंकझोक की भी स्थिति उत्पन्न हो गई। इस दौरान पूरा रोड जाम हो गया है। प्रदर्शन के दौरान लांगरटोली मोर के पास थोड़ी देर के लिए भगदड़ मच गई। लंगरटोली चौराहा के पास आंदोलन कर रहे अभ्यर्थी को पुलिा ने रोक दिया और उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया गया। पुलिस की मौजूदगी में ही अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते हुए हजारों अभ्यर्थी गांधी मैदान की ओर निकल गए। करीब चार घंटों तक मुख्य सड़क को जाम रखा। अभ्यर्थी सड़क से हटने का नाम नहीं ले रहे थे। प्रशासन के बार-बार अनुरोध के बाद भी अभ्यर्थी सुनने को तैयार नहीं थे। जिद् पर अड़े थे। वहीं आंदोलन के दौरान छात्रों के दो गुटों के बीच मारपीट शुरू हुई। इसके बाद पत्थरबाजी शुरू हो गई। इसमें निजी लॉज और सैदपुर छात्रावास के छात्र आपस में भिड़ गये। आंदोलनकारियों को हटाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पत्थरबाजी व लाठीचार्ज में दर्जन भर अभ्यर्थियों को चोट लगी है। पुलिस ने अभ्यर्थियों को बाजार समिति मुख्य गेट तक खदेड़ दिया गया।तनाव को देखते हुए सैदपुर हॉस्टल के पास पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। वहीं डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान छात्र आपस में भिड़ गए। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि रेलवे की ओर से छह वर्षों के बाद सहायक लोको पायलट के लिए रिक्तियां निकाली गई हैं। छह वर्षों में छह हजार भी रिक्तियां नहीं निकाली गई हैं। 2018 में लोको पायलट के साथ तकनीशियन की रिक्तियां निकाली गई थी। संख्या 65 हजार के करीब भी। छह वर्षों में कम 65 से 70 हजार रिक्तियां देनी चाहिए। अभ्यर्थियों का सीधा कहना था कि 6 वर्ष में सिर्फ 6 हजार रिक्तियां दी जा रही हैं तो हरवर्ष रेलवे नौकरी देगा इसकी क्या गारंटी है।

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