November 17, 2025

बिहार विधानसभा चुनाव की आहट: अब लगा हिसाब दो-हिसाब दो का सियासी पोस्टर

पटना। 2019 की विदाई और नववर्ष के आगमन के साथ ही बिहार के सियासी महकमे में विधानसभा चुनाव की आहट सुनाई देने लगी है। राजधानी के आयकर चौराहे पर फिर से एक बड़ा पोस्टर लगाया गया है, जिस पर लिखा है हिसाब दो-हिसाब दो। इस पोस्टर पर वहां से गुजरने वाले लोगों की निगाहें बरबस टिक जा रही हैं। हालांकि पोस्टर किसने लगाया या लगवाया है, इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। क्योंकि इस पोस्टर में किसी पार्टी, संगठन या व्यक्ति का नाम उल्लेखित नहीं है। लेकिन इस पोस्टर के बाद एक बार फिर बिहार में पोस्टर वार का दौर आरंभ होता दिख रहा है।
आयकर चौराहे पर लगे इस सियासी पोस्टर में हिसाब दो-हिसाब लो के साथ ही 15 साल बनाम 15 साल लिखा है। जिसमें साफ दिख रहा है कि राजद के 15 साल के शासनकाल और जदयू के शासनकाल की तुलना की गई है। पोस्टर में राजद सुपीमो लालू यादव और राबड़ी देखी दिख रहे हैं और पीछे खून के धब्बे, आग और अपराध को दर्शाया गया है तो वहीं पोस्टर के दूसरी तरफ हाथ जोड़े सीएम नीतीश कुमार खड़े हैं और पीछे बिहार में हुए विकास को दर्शाया गया है। आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पूर्व इस पोस्टर ने इस कड़ाके की ठंढ़ में सियासी सरगर्मी को बढ़ा दिया है। इस पोस्टर से साफ पता चल रहा है कि पोस्टर के माध्यम से सत्तापक्ष की तरफ से राजद के शासनकाल पर हमला बोला गया है। बता दें इससे पहले राजद ने जदयू को 15 साल बनाम 15 साल पर बहस की खुली चुनौती दी थी। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आरसीपी सिंह के बयान पर पलटवार कर कहा है कि 15 साल बनाम 15 साल पर बहस के लिए जदयू नेता जगह और समय तय करें। वहीं इससे पहले जदयू ने 15 साल बनाम 15 साल के शासन को दिखाते हुए राजद की तुलना गिद्ध से की थी और खुद को कबूतर दिखाते हुए शांति का प्रतीक बताया था।
सीएम नीतीश के लापता का लगा था पोस्टर
इससे पहले नीतीश के लापता होने का पोस्टर पटना में लगाया गया था, जिसे जदयू ने राजद की करतूत बताई थी। इस पोस्टर में दिखाया गया था मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लापता हैं और उसे खोजने वाले को इनाम दिया जाएगा।

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