विधानसभा में कल पेश होगा जातीय सर्वे की रिपोर्ट, सदन कल तक के लिए स्थगित

पटना। बिहार विधानसभा में दूसरे दिन जातीय सर्वे की रिपोर्ट को पेश किया जायेगा। इसके लिए सदन का पूर्व से प्रस्तावित कार्यक्रम में बदलाव किया जा रहा है। इसको लेकर आज विधानसभा में कार्य मंत्रणा समिति की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में तय हुआ कि मंगलवार को जातीय स्रेवक्षण रिपोर्ट को सदन के पटल पर रखा जायेगा। इसके बाद इस पर सदन में चर्चा होगी। विस स्पीकर की अध्यक्षता में आयोजित कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में मुख्यमंत्री के अलावे डिप्टी सीएम, संसदीय कार्य मंत्री, नेता प्रतिपक्ष समेत अन्य सदस्य मौजूद रहे। बैठक में कल ही जातीय सर्वे की रिपोर्ट को सदन पटल पर रखने और चर्चा कराने का निर्णय हुआ है। विधानसभा में कल के लिए राजकीय विधेयक पेश करने का कार्यक्रम पूर्व से तय था, उसे बुधवार के लिए आगे बढ़ाया जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि सरकार हर बार हड़बड़ी दिखाती है। हड़बड़ी में ही गड़बड़ी होती है। जातीय गणना कराने का निर्णय हम सबों का है।
नौकरी घोटाला और कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा ने किया हंगामा
भाजपा विधायकों ने बिहार में बढ़ रहे अपराध और नौकरी घोटाले का मुद्दा बनाकर हंगामा किया। भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि बिहार में कानून का राज खत्म हो चुका है। सरकार वोट के लिए तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। नौकरी देने के नाम पर घोटाला हो रहा है। सीएम नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर स्पीकर ने कार्यमंत्रणा समिति का गठन किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलाई है। इधर, विधानसभा की कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। बिहार की राजनीति में यह सप्ताह इसी सत्र के हंगामे को समर्पित होगा। पांच दिवसीय सत्र के पहले दिन सोमवार को औपचारिकताओं के साथ हंगामा संभव है। असल हंगामा मंगलवार को होने की आशंका है, जब बिहार की महागठबंधन सरकार अपनी घोषणा के अनुसार बिहार में जाति आधारित जनगणना की पूरी रिपोर्ट सदन में पेश करेगी। सत्र से एक दिन पहले बिहार आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस रिपोर्ट को गुमराह करने वाला बताया था। उन्होंने कहा था कि लालू प्रसाद के दबाव में सीएम नीतीश कुमार ने इस सर्वे में यादवों और मुसलमानों की संख्या ज्यादा दिखाई है।

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