मानहानि मामले में तेजस्वी यादव के खिलाफ अहमदाबाद कोर्ट में सुनवाई आज, जाने पूरा मामला
पटना। गुजरातियों को ठग कहने के मामले में आज अहमदाबाद की मेट्रोपोलिटन कोर्ट में सुनवाई है। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपना बयान दर्ज कराने आज कोर्ट में पेश हो सकते हैं। इस मामले की पिछली सुनवाई 14 अक्टूबर को हुई थी, जहां तेजस्वी की ओर से कोर्ट में पेश होने के लिए कुछ और दिन की मोहलत मांगी गई थी। कोर्ट ने उन्हें 4 नवंबर तक की छूट दी थी। कोर्ट ने 28 अगस्त को तेजस्वी को समन जारी कर उन्हें आईपीएस एक्ट 499 और 500 के तहत दर्ज मामले में 22 सितंबर को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा था। हालांकि, कुछ तकनीकी कारणों से तेजस्वी को समन नहीं मिल सका था। इसके बाद कोर्ट ने 22 सितंबर को दूसरा समन जारी किया था। इसके बाद मामले की सुनवाई 14 अक्टूबर को हुई, जहां तेजस्वी के वकील एसएम वत्स ने उनके लिए छूट की अर्जी दायर की, जिसे चार नवंबर तक के लिए मंजूर कर लिया गया था। इसलिए तेजस्वी यादव अपना बयान दर्ज कराने के लिए आज अदालत में पेश हो सकते हैं। तेजस्वी यादव ने 22 मार्च 2023 को बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मीडिया से बात करते हुए गुजरातियों को ठग कह दिया था। तेजस्वी यादव ने कहा था कि ह्यवर्तमान में जो हालात हैं उसे देखा जाए तो सिर्फ गुजराती ही ठग होते हैं और उनको माफ भी कर दिया जाता है।’ तेजस्वी ने उस समय ये सब कहा था जब बैंकों का पैसा लेकर भागने वाले हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस से हटा दिया गया था। तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद सामाजिक कार्यकर्ता हरेश मेहता नाम के व्यक्ति ने ने तेजस्वी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। मेहता गैर-लाभकारी संस्था, अखिल भारतीय भ्रष्टाचार विरोधी और अपराध निवारक परिषद के उपाध्यक्ष हैं। हरेश मेहता ने कोर्ट के समक्ष कहा था कि, उन्होंने समाचार चैनल के माध्यम से तेजस्वी यादव को गुजरातियों के खिलाफ बयान देते हुए सुना। गुजराती होने के नाते उन्होंने भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए मानहानि का केस किया है। मेहता ने 21 मार्च को आईपीसी की धारा 499 और 500 के तहत आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। हरेश मेहता ने अपनी याचिका में कहा है कि मीडिया को दिए बयान में तेजस्वी यादव ने पूरे गुजराती समुदाय को ह्यठगह्ण कहा है। यह गुजरातियों की सार्वजनिक रूप से मानहानि और उन्हें अपमानित करता है। इसलिए इस मामले में उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए।


