भाजपा की राजनीति अखबारों तक सीमित, विकास से नहीं कोई मतलब : राजीव रंजन

पटना। भाजपा को निशाने पर लेते हुए जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता राजीव रंजन ने आज कहा कि बिहार की सत्ता से बेदखल किये जाने के बाद भाजपा के नेताओं की मति अब पूरी तरह भ्रष्ट हो गयी है। इसी वजह से जनसरोकार के कामों को छोड़कर इनके नेताओं ने खुद को सिर्फ खोखली बयानबाजी तक सीमित कर लिया। इन्हें न तो तथ्यों का पता रहता है और न जनभावना का, लेकिन फिर भी यह लोग बयान जारी करना नहीं भूलते। वास्तव में इन्होने मान लिया है कि जनहित के काम करना जदयू कर कर्तव्य है और इनका काम सिर्फ छपना भर है। उन्होंने आगे कहा कि पार्टी नेताओं को छपास का रोग लगाने का पूरा इनके एक सबसे बड़े नेता को जाता है। बिना पिछड़ा समाज से आये यह नेता जी पिछले कई दशकों से पिछड़ों के नाम पर सत्ता सुख भोग रहे थे। हालांकि, तब भी इनकी राजनीति अख़बारों से शुरू होकर टीवी तक खत्म हो जाती थी और आज भी यह वही सब कर रहे हैं। इनके कारनामो को देखते हुए ही पार्टी इन्हें मार्गदर्शक मंडल में बैठाने की तैयारी कर रही है। लेकिन, इसके बावजूद इनका छपास का रोग खत्म नहीं हो रहा है। इनका अधिकांश समय बयान बनाने और उसे छपाने की जुगत में गुजर जाता है। इन्हीं की देखा देखी अब भाजपा के बाकी नेताओं का दिन भी इसी तरह अन्य दलों और बिहार सरकार की खबरें देखने और कुतर्कों से भरे अपने बयान छपवाने की कोशिशों में गुजर रहा है। जदयू महासचिव ने कहा कि दरअसल, भाजपा नेताओं को यह पता चल चुका है कि वह जनता के सामने एक्सपोज हो चुके हैं। उनका भविष्य खतरे में पड़ गया है। वह जान चुके हैं कि आगामी लोकसभा व विधानसभा में उन्हें एक-एक सीट जीतने के लाले पड़ने वाले हैं मुद्दाविहीन हो चुके, इनके नेताओं को समझ में ही नहीं आ रहा है कि करें तो क्या करें। यही वजह है कि यह लोग दिनरात प्रोपगैंडा फैलाने में लगे रहते हैं। यह लोग जान लें बिहार के विकास को डीरेल करने की इनकी कोई कोशिश रंग लाने वाली नहीं है। जनता उनके मंसूबों पर पानी फेरने का मन बना चुकी है।

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