December 6, 2025

डोमिसाइल नीति का विरोध कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों को मिला रालोजपा का साथ, श्रवण बोले- युवाओं के साथ हकमारी कर रही नीतीश सरकार

पटना। प्रदेश में नई शिक्षा नीति व उसमें किए गए बदलाव को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का विरोध उग्रर रूप धारण ले लिया है। राजधानी पटना में अज सुबह से ही शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं, शिक्षकों का प्रदर्शन से बिहार की सियासत गरमा गई है। प्रदेश की कई विपक्षी पार्टी नीतीश सरकार व शिक्षकों के विरोध के समर्थन में उतरने लगे। बता दे की सबसे पहले भाजपा ने शिक्षकों का साथ देने का ऐलान किया। वहीं, अब रोलोजपा भी शिक्षकों की समर्थन करने का ऐलान कर दी है। दरअसल, रोलोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने कहा कि बिहार में शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल नीति हटाने के विरोध में शिक्षक अभ्यर्थियों के आंदोलन का रोलोजपा ने समर्थन देने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा की रोलोजपा प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षक अभ्यर्थियों के आंदोलन में शामिल होगी। उन्होंने आगे कहा कि शिक्षक बहाली नियमावली में नीतीश सरकार द्वारा लगातार संशोधन किया जाना व बहाली प्रक्रिया में पूरे देश के अभ्यर्थियों को आमंत्रित करना यह प्रमाणित करता है कि महागठबंधन सरकार बिहार के युवाओं से नौकरी छीन कर दूसरे प्रदेश के लोगों को देना चाहती है। उन्होंने कहा की वर्तमान राज्य सरकार बिहार में बिहारी युवाओं को नौकरी और रोजगार से वंचित करना चाहती है। रोलोजपा शिक्षक बहाली में डोमिसाइल हटाने और वर्तमान शिक्षक भर्ती नीति का जोरदार तरीके से विरोध करेगी। राष्ट्रीय प्रवक्ता अग्रवाल ने कहा की रोलोजपा के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान के अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोजपा का एक शिष्टमंडल जल्द ही बिहार के राज्यपाल से मिलेगा। शिक्षक बहाली की प्रक्रिया में डोमिसाइल नीति को शामिल कराने तथा बिहार के शिक्षक अभ्यर्थियों के अन्य मांगों के समर्थन को लेकर ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा जाएगा। उन्होंने आगे कहा की पटना में आंदोलन कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर पटना पुलिस के द्वारा की गई बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज की निंदा करते हुए कहा कि 20 लाख नौकरी और रोजगार देने की वादे को पूरा करने के बजाय प्रदेश के युवाओं एवं नौजवानों की हकमारी कर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव बिहार के बेरोजगार युवाओं पर लाठी चलवा रहे हैं।

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