December 6, 2025

मुख्यमंत्री नीतीश की तरह भाजपा के लोगो कभी भी मांझी को इज्जत नहीं देंगे : रत्नेश सदा

पटना। बिहरा में महागठबंधन से ‘हम’ के अलग होने के बाद से ही शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। इसो कड़ी में आज बिहार के अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण मंत्री रत्नेश सदा ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व ‘हम’ के संरक्षक जीतन राम मांझी को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि CM नीतीश ने तो उन्हें कुर्सी पर बैठाने का काम किया था। जबकि, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें चप्पल तक उतरवाने का काम किया है। उन्होंने आगे कहा कि जिस व्यक्ति को चप्पल पहन कर अंदर आने नहीं दिया गया। उस व्यक्ति को भाजपा सम्मान करेगा और कुर्सी पर बैठा देगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्होंने उन्हें अपना सीट छोड़कर मुख्यमंत्री बनाया था। चाहे वह भाजपा के लोग हो या अन्य दल के हो उनको कोई इज्जत नहीं देगा।
दलित समाज को बदनाम किया गया
वही केन्द्रीय मंत्री अमित शाह से मिलने चप्पल खोल कर गए मांझी ने दलित समाज को बदनाम करने का काम किया। रत्नेश सदा ने कहा कि उनके बेटे संतोष मांझी कहते हैं कि यह संस्कार है। लेकिन, सवाल यह है कि क्या यही संस्कार है कि नीतीश कुमार के साथ रहते थे तो चप्पल पहनकर कुर्सी पर बैठते थे। वहां जाते हैं तो चप्पल खोल कर अंदर जाते हैं। यह उनका डर है। रत्नेश सदा ने कहा कि उन्होंने पूरे मुसहर समाज को बदनाम करने का काम किया है। रत्नेश सदा ने आगे कहा कि जीतन राम मांझी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए कुछ भी करने को तैयार है। मांझी ने कहा था कि नीतीश कुमार ने शहर समाज को अपमानित करने का काम किया है। लेकिन, हकीकत यह है कि मांझी जी ने खुद ही दलित समाज को अपमानित किया है।

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