नीतीश के सुशासन की सरकार में 1600 करोड़ रुपये का एंबुलेंस घोटाला हुआ, इसकी व्यापक सीबीआई जांच हो : विजय सिन्हा
लखीसराय/पटना। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भ्रष्टाचार को लेकर नीतीश सरकार को घेरा है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। लखीसराय में मीडिया से मुखातिब होते हुए विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिहार के अंदर अब मुख्यमंत्री के पाप उजागर हो रहे हैं। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पहले करोड़ों की लागत से बन रहा पुल भरभराकर गिरा और अब 1600 करोड़ रुपये का एंबुलेंस घोटाला हुआ है। ये घोटाला जेडीयू सांसद के बेटे की कंपनी पर लग रहा है, जिसका नाम पशुपतिनाथ डिस्ट्रीब्यूटर प्राइवेट लिमिटेड है। उन्होंने कहा कि इन एंबुलेंसों में लाइफ सपोर्ट सिस्टम नहीं है। एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं बल्कि एक्सपायरी दवाएं हैं। ये सारी बातें ऑडिट में सामने आयी हैं। विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि उस वक्त इन्हें पहला टेंडर साढ़े 400 करोड़ का मिला। ऑडिट रिपोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट गये, फिर सुप्रीम कोर्ट से हाईकोर्ट को ट्रांसफर किया गया और फिर हाईकोर्ट ने इन्हें सचेत किया। उसके बावजूद भी इन्होंने पांच साल का टेंडर दे दिया। इसमें पूरा घालमेल है इसलिए सरकार इस मामले की सीबीआई जांच कराए। ये केन्द्र की राशि है, इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिेए। बिहार सरकार ने 31 मई को 1600 करोड़ रुपये का नया ठेका पीडीपीएल को पांच साल के लिए देने का फैसला किया। यह ठेके को चुनौती देने वाली याचिका के निपटारे तक इंतजार करने के लिए अदालत की चेतावनी के बावजूद किया गया है। पीडीपीएल के निदेशक जद (यू) के सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के रिश्तेदार और परिवार के सदस्य हैं, जिन्होंने किसी भी तरह के पक्षपात से इनकार किया है।


