जदयू नेता ने मांझी को बताया भेड़ियां, रत्नेश सदा बोले- मुसहर समाज के लिए जीतन राम मांझी ने कुछ नहीं किया
पटना। जीतन राम मांझी के बेटे ने मंत्री पद से इस्तीफे दे दिया है। वही इस खली जगह को सोनवर्षा के JDU विधायक रत्नेश सदा को दिया जाना है। जो की 16 जून को मंत्री पद की गोपनीयता की शपथ लेंगे। मंत्री मनोनीत होने के बाद से उन्होंने पूर्व CM जीतन राम मांझी को ललकारा है। उन्हें चुनौती दे डाली है। रत्नेश सदा ने कहा है कि वे भेड़ियां हैं, लेकिन शेर का छाल पहनकर रहते हैं। उन्होंने कहा की सिर्फ खाल ओढ़ कर कर समाज का राजा बने रहना चाहते थे। मांझी ने अब तक मुसहर समाज के लिए कोई काम नहीं किया है। कोई भी बड़ी लकीर उन्होंने नहीं खींची है, जिसे याद किया जाए। पत्रकारों से बातचीत करते हुए रत्नेश सदा ने कहा कि सपना में नहीं सोचे थे कि मंत्री बनेंगे। 3 बार के विधायक है। हमे मंत्री बनने की कोई उम्मीद नहीं थी। केवल विधायिकी पर भरोसा रखते थे। हमारे कार्यकर्ता कहते थे कि मंत्री के लिए आप प्रयास कीजिए। लेकिन, हम कहते थे कि समय पाए तरोवर फले। कते सीचे नीर। इस दोहे के आगे कहते हैं की समय आ गया। अपने आप हो रहा। वही संतोष सुमन के इस्तीफे से किस्मत खुलने के सवाल पर कहते हैं कि समय उन्हे बताया है। हम नहीं कहेंगे। जीतन राम मांझी कहते हैं कि मुसहर का मैं नेता हूं। वे भेड़िया होकर शेर का खाल ओढ़ कर रखते हैं। भ्रम फैलाते हैं। वे राजा बनना चाहते हैं। समाज के लोग समझ चुके हैं। वे आगे कहते हैं कि जीतन राम मुख्यमंत्री बने। लेकिन मुसहर समाज के लिए एक भी बड़ी लाइन खींची है तो वह बताएं। हमें टेलीविजन के माध्यम से बताए। वह हमें बताएं।
सीएम को धन्यवाद
वही रत्नेश सदा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया हुआ है। साथ ही कहा कि मंत्री बनाने में सबसे बड़े कुम्हार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। मंत्री बिजेंद्र यादव, विजय चौधरी, तेजस्वी यादव जो मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी। मैं जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए कदम से कदम मिलाकर आगे बढूंगा। मंत्री श्रवण कुमार हमारे गार्जियन हैं। मुसहर समाज को ऊपर उठाए जाने के सवाल पर रत्नेश सदा कहते हैं कि समय बताएगा। मैं कोशिश करूंगा। दूसरे समाज के लिए भी काम करूंगा। सभी समाज के लिए काम करूंगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर समाज को आगे ले जाऊंगा।


