पटना एम्स और आईजीआईएमएस में हुआ एमओयू, शिक्षा अनुसंधान मरीजों को उपचार देखभाल पर बनेंगे साझीदार
पटना। एम्स पटनाऔर आईजीआईएमएस पटना बिहार के दो बड़े संस्थान शिक्षा, अनुसंधान और रोगी देखभाल में उन्नत तौर तरीके पर एक दूसरे से अपने विचार उपचार का आदान प्रदान करेंगे ताकि मरीजों का इलाज बेहतर तरीके से हो पाए साथ ही साथ मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान में बेहतर प्रदर्शन सामने आ सके। मंगलवार को इस संबंध में पटना एम्स और आइजीआइएमएस पटना के अधिकारी एक महत्वपूर्ण साझेदारी के लिए सहमत हुए हैं। इस संबंध में दोनों संस्थान ने एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करके क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। समझौता ज्ञापन दो प्रतिष्ठित संस्थानों के बीच एक सहयोगी ढांचा स्थापित करता है, जिसका उद्देश्य एम्स पटना में गुर्दे और यकृत प्रत्यारोपण प्रक्रियाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ शिक्षा, अनुसंधान और रोगी देखभाल में प्रगतिको बढ़ावा देना है। साथ ही इस क्षेत्र में आनेवाली चुनौतियों से निपटना है।

एम्स पटना के कार्यकारी निदेशक डॉ. (प्रो.) जी के पाल ने सहयोग के बारे में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा यह साझेदारी चिकित्सा विज्ञान को आगे बढ़ाने और स्वास्थ्य देखभाल परिणामों में सुधार करने के हमारे प्रयासों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। संयुक्त विशेषज्ञता का लाभ उठाकर और एम्स पटना और आईजीआईएमएस पटना के संसाधनों के साथ, हमारा उद्देश्य जरूरतमंद रोगियों को अत्याधुनिक देखभाल प्रदान करना है। साथ में, हम चिकित्सा अनुसंधान में नए मोर्चे तलाशेंगे और अभूतपूर्व प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेंगे। आईजीआईएमएस पटना के निदेशक डॉ बिंदे कुमार ने कहा, “एम्स पटना और आईजीआईएमएस पटना के बीच सहयोग हमारे रोगियों को व्यापक देखभाल सुविधा बहाल करने में सहायक होगा। एम्स पटना और आईजीआईएमएस पटना के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में मिल के पत्थर साबित होगा।यह साझेदारी पटना में चिकित्सा परिदृश्य को मजबूत करने और किडनी और लिवर प्रत्यारोपण वाले रोगियों के लिए बड़ा ही फायदेमंद होगा।

