बेगूसराय में पीएनबी बैंक का फर्जी अधिकारी गिरफ्तार, मैनेजर बताकर लोगों से करता था ठगी

बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिले की पुलिस द्वारा पीएनबी के एक फर्जी अधिकारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी भोले-भाले लोगों को बैंक में नौकरी दिलाने, लोन सेटलमेंट करने के नाम पर चूना लगाता था। उसके पास से कई दस्तावेज, मोबाइल फोन बरामद किया है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी फर्जी तरह से बैंक का आईडी कार्ड बनाकर लोगों के साथ ठगी करता था। लोगों ने इस फर्जी अधिकारी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है। ये मामला नगर थाना क्षेत्र के काली स्थान मन्दिर के समीप का बताया जा रहा है। बताया जा रहा हैं की यहां एक युवक खुद को पंजाब नेशनल बैंक का चीफ मैनेजर बताकर लोगों को अपनी बातों में फंसाता था और लोन दिलाने के नाम पर मोटी रकम लेकर फरार हो जाता था। आप ये बात जानकर हैरान होंगे कि कभी- कभी आरोपी यह खुद को सीनियर आॅफिसर बताकर जिले के अलग-अलग पीएनबी के ब्रांच में जाकर जांच भी करने पहुंच जाता था। बैंक का सारा ग्राहकों का डाटा लेकर के उन लोगों के पास जाता था जिनका लोन ज्यादा होता था। उसके बाद लोन की रमक कम करने की बात करके उनसे मोटी रकम ठग लेता था। लोगों द्वारा बेगूसराय पंजाब नेशनल के हेड ब्रांच मैनेजर से खुद के साथ हुई ठगी की जानकारी दी गई। लोगों ने बताया कि किसी शख्स ने ब्रांच मैनेजर को फोन करके कहा कि कोई आपके पीएनबी ब्रांच से अधिकारी आए थे आप किसी को भेजे हैं क्या। जो लोन सेटल करने के नाम पर इतने रूपए मांग रहा है। लेकिन बैंक मैनेजर ने इस बात को कबूल नहीं कि उन्होंने कहा ठीक है। उस व्यक्ति को फोन करके लोन लेने के नाम पर बुलाइए। जब उसे बुलाया गया उसे पकड़ कर पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो ठगी की बातें सामने आ गईं।
कई फ्लाइट टिकेट्स, फर्जी पीएनबी का आईडेंटिटी कार्ड बरामद
पुलिस के मुताबिक, आरोपी के पास से अविनाश राज नाम से पीएनबी का एक आई कार्ड मिला है। कार्ड पर चीफ मैनेजर लिखा हुआ है। जोनल आॅफिस 35700 पटना बिहार भी आई कार्ड पर लिखा है। मोहर सिग्नेचर के साथ जनरल मैनेजर का नाम पीके शर्मा आई कार्ड पर दर्ज है। इतना ही नहीं फर्जी अधिकारी के पास से कई जॉइनिंग लेटर, पीएनबी का स्टांप और लिफाफे सहित लगभग दर्जनभर पीएनबी का आई कार्ड मिला है। कई जगहों के हवाई यात्रा का टिकट भी मिला है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।
