प्रदेश में कोरोना की तैयारियों को लेकर आईजीआईएमएस में हुआ मॉक ड्रिल, 500 बेड का कोरोना वार्ड जल्द होगा तैयार

पटना। प्रदेश में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 2 दिनों में प्रदेश में संक्रमण के 88 नए मामले मिले हैं। देश में भी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ दिनों पूर्व ही सभी राज्यों के स्वास्थ्य महकमे को कोरोना को लेकर अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया था। इसी को लेकर पूरे देश भर में स्वास्थ्य संबंधित तैयारियों को लेकर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। सोमवार को पटना के आईजीआईएमएस में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया जिसमें कोरोना के एकडमी मरीज को एंबुलेंस से उतारकर कोरोना वार्ड में एडमिट किया गया। इस दौरान 2 मिनट के अंदर ऑक्सीजन मास्क से लेकर मशीनों की तारे मरीज के शरीर से जोड़ दी गईं। मरीज जैसे ही एंबुलेंस से कोरोना वार्ड के पास पहुंचा, पीपीई किट पहनकर पहले से मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों ने तमाम सावधानी से मरीज को एंबुलेंस से उतारते हुए स्ट्रेचर पर लिटाया और सीधे आईसीयू बेड पर जाकर एडमिट किया।

इस दौरान वार्ड के अंदर मौजूद चिकित्सकों ने मरीज को एडमिट करते हुए इलाज की प्रक्रिया शुरू कर दी। इस मौके पर आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ मनीष मंडल ने बताया कि यह मॉक ड्रिल इसलिए किया गया है ताकि पता चल सके कि अस्पताल कितना तत्पर हैं और कितना सक्षम है। कोरोना के मरीजों को रिसीव कैसे करना है, उन्हें इन्वेस्टिगेट कैसे करना है और उन्हें ट्रीट कैसे करना है, इसकी पूरी तैयारी आईजीआईएमएस में है। इसके अलावा विशेष स्थिति में इसे 500 बेड का कोरोना वार्ड के तौर पर भी अस्पताल को तैयार किया जा सकता है। इसमें डरने की आवश्यकता नहीं है लेकिन सावधानी बरतनी है। हॉस्पिटलाइजेशन की आवश्यकता उन्हीं को पड़ रही है जो पहले से गंभीर रोग से जूझ रहे हैं।