छठ महापर्व को लेकर अग्निशमन विभाग तैयार, 48 घाटों पर 300 कर्मी रहेंगे मौजूद, कंट्रोल रूम से होगी मॉनिटरिंग
पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर बिहार की राजधानी पटना समेत आसपास के क्षेत्रों में इस पर्व को अत्यंत श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा और अन्य नदियों के घाटों पर जाकर सूर्य देव और छठी मैया को अर्घ्य अर्पित करते हैं। भीड़, दीप-ज्वालाओं, कलश-दीप, कृत्रिम सजावट और अस्थायी ढांचों के बीच सुरक्षा की दृष्टि से अग्निशमन विभाग की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए पटना अग्निशमन विभाग ने इस वर्ष भी व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है।
घाटों पर अग्निशमन कर्मियों की तैनाती
अग्निशमन विभाग ने पटना के लगभग 46 से अधिक प्रमुख घाटों पर कुल 300 अग्निशमन कर्मियों को तैनात किया है। इन घाटों पर त्योहार के दौरान लोगों की भीड़ अधिक रहती है, इसलिए किसी भी प्रकार की आकस्मिक स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया देना आवश्यक है। जिला अग्निशमन अधिकारी रितेश कुमार पांडे के अनुसार, विभाग द्वारा बड़े दमकल वाहनों के साथ-साथ बाइक दमकल भी घाटों पर तैनात की जाएंगी। बाइक दमकल की मदद से संकरे और भीड़भाड़ वाले इलाकों में तेज़ी से पहुंचना संभव होगा।
छोटे अग्निशमन उपकरणों के साथ विशेष टीमें
भीड़ वाले क्षेत्रों में भारी दमकल वाहन पहुंचने में समय लग सकता है। इसलिए 28 प्रशिक्षित कर्मियों को छोटे अग्निशमन यंत्रों के साथ विशेष रूप से तैयार रखा गया है। ये कर्मी घाटों पर बने अस्थायी शेडों, पूजा स्थलों और भीड़ वाले मार्गों पर हमेशा मौजूद रहेंगे। इससे छोटी आग को तुरंत नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और स्थिति को बिगड़ने से पहले ही संभाल लिया जाएगा।
24 घंटे कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग
छठ पर्व की अवधि में अग्निशमन विभाग का कंट्रोल रूम लगातार सक्रिय रहेगा। 24 घंटे स्थिति पर नजर रखी जाएगी। किसी भी प्रकार की आग, शॉर्ट सर्किट या दुर्घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड यूनिट तुरंत मौके पर रवाना हो जाएगी। इस बार विशेष तौर पर दमकल वाहनों की लोकेशन पर गूगल मैपिंग के जरिए निगरानी की जाएगी, ताकि निकटतम वाहन को तुरंत मौके पर भेजा जा सके।
पटना शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी सुरक्षा
अग्निशमन विभाग ने केवल पटना नगर क्षेत्र ही नहीं, बल्कि दानापुर, मसौढ़ी, पालीगंज, हल्दी छपरा, पटना सिटी और बाढ़ जैसे इलाकों में भी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया है। इन स्थानों पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अर्घ्य देते हैं। इसलिए घाटों के आसपास अग्निशमन कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है।
अस्थायी शेडों पर विशेष निगरानी
छठ के अवसर पर कई घाटों और गलियों में लकड़ी, बांस और कपड़ों से अस्थायी ढांचे व शेड बनाए जाते हैं। ये ढांचे आग के प्रति संवेदनशील होते हैं। इसलिए 14 स्थानों पर 28 कर्मियों को दो पालियों में लगातार तैनात किया जाएगा। यह टीम वॉकी-टॉकी से लैस होगी ताकि किसी सूचना या आदेश को तुरंत साझा किया जा सके।
वरिष्ठ अधिकारियों की निरंतर निगरानी
पर्व की शुरुआत से लेकर अंतिम अर्घ्य तक अग्निशमन वरिष्ठ अधिकारी नियंत्रण कक्ष से ही स्थिति पर नज़र रखेंगे। सारी टीमें नियंत्रण कक्ष के संपर्क में रहेंगी, जिससे समन्वय बना रहे और किसी भी आपदा में तुरंत कार्रवाई संभव हो सके।
लोगों से अपील
जिला अग्निशमन अधिकारी ने श्रद्धालुओं और आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी आपात स्थिति में घबराएं नहीं और तुरंत डायल 112 या 101 पर संपर्क करें। विभाग ने कई अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं ताकि लोग सीधे सूचना दे सकें। छठ महापर्व केवल पूजा और श्रद्धा का ही नहीं, बल्कि अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी का भी संदेश देता है। पटना अग्निशमन विभाग द्वारा की गई यह तैयारी दर्शाती है कि सुरक्षा, संवेदनशीलता और सतर्कता इस पर्व का महत्वपूर्ण हिस्सा है। घाटों पर तैनात कर्मियों की तत्परता, आधुनिक तकनीक का उपयोग और जनता के सहयोग से यह महापर्व सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न होगा।


