BPSC पेपर लीक मामले में कुंवर सिंह कॉलेज के प्राचार्य समेत तीन निलंबित

आरा। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) के प्रश्नपत्र लीक मामले में कुंवर सिंह कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य और दो लेक्चरर को निलंबित कर दिया गया है। कॉलेज की प्रबंध समिति ने प्राचार्य की गिरफ्तारी के बाद यह कार्रवाई की है। बता दें प्रश्नपत्र लीक होने की जांच कर रही ईओयू की एसआईटी ने प्राचार्य समेत चार लोगों से 18 घंटे से ज्यादा लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार को गिरफ्तार किया था। इस सेंटर पर परीक्षा के दौरान हंगामा भी हुआ था। कॉलेज के प्राचार्य योगेन्द्र प्रसाद सिंह और वहां प्रतिनियुक्त मजिस्ट्रेट-सह-बड़हरा के बीडीओ जयवर्द्धन गुप्ता के अलावा कॉलेज के दो लेक्चरर की गिरफ्तारी हुई थी। बीडीओ जयवर्द्धन गुप्ता वीर कुंवर सिंह कॉलेज के केन्द्र पर स्टैटिक दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त थे। कॉलेज के प्राचार्य सह केन्द्राधीक्षक योगेन्द्र प्रसाद सिंह (बखोरापुर, बड़हरा), कॉलेज के ही लेक्चरर सह कंट्रोलर सुशील कुमार सिंह (हरि जी का हाता, आरा) और लेक्चरर सह सहायक केन्द्राधीक्षक अगम कुमार सहाय (फरना, बड़हरा) की गिरफ्तारी हुई थी।
अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाने का आरोप
आरोप है कि वीर कुंवर सिंह कॉलेज के परीक्षा केन्द्र पर कुछ अभ्यर्थियों को पहले ही प्रश्नपत्र मिल गया था। जिन्हें प्रश्नपत्र मिला वह अलग कमरे में थे। देर तक प्रश्न पत्र नहीं मिलने पर अन्य अभ्यर्थी नाराज हो गए और जबरन उस कमरे में प्रवेश कर गए। प्रश्नपत्र छीन लिया और जमकर हंगामा किया। जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि कुछ खास अभ्यर्थियों को फायदा पहुंचाने की नीयत से ऐसा किया गया। यही वजह थी कि कुछ खास अभ्यर्थियों को पहले ही प्रश्न पत्र बांट दिए गए। सेंटर पर कई अभ्यर्थियों के पास मोबाइल फोन भी मौजूद था। इससे प्रश्नपत्र वायरल किया गया।
आईटी एक्ट व परीक्षा नियंत्रण अधिनियम की धाराएं भी लगी
ईओयू ने प्रश्न पत्र लीक होने के मामले में 9 मई को आर्थिक अपराध थाने में कांड संख्या 20/2022 दर्ज किया था। इसमें आईपीसी की धारा 420/467/468/ 120 (बी), 66 आईटी एक्ट और बिहार परीक्षा नियंत्रण अधिनियम-1981 की धारा 3/10 के तहत एफआईआर दर्ज की है। इसी मामले में चारों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है।

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