October 31, 2025

सरकार पर्व-त्योहारों पर बिहार के लिए 299 नई बसों का शुरू करेगी परिचालन, प्रदेश आना होगा आसान

पटना। हर साल त्योहारों के मौसम में बिहार के प्रवासी मजदूर और नौकरीपेशा लोग बड़ी संख्या में अपने गांव-घरों की ओर लौटते हैं। लेकिन इस दौरान उन्हें टिकट की मारामारी, भीड़भाड़ और परिवहन की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अब राज्य सरकार ने इस दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है जिससे आने वाले त्योहारों में बिहार लौटना पहले से कहीं अधिक आसान हो जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की घोषणा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पहल की जानकारी खुद सोशल मीडिया मंच एक्स पर साझा की। उन्होंने बताया कि छठ, होली, दीपावली और दुर्गा पूजा जैसे प्रमुख त्योहारों पर लाखों बिहारी दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से अपने घर लौटते हैं। लेकिन परिवहन साधनों की कमी के कारण उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए राज्य सरकार ने 299 नई बसों के परिचालन का निर्णय लिया है।
कई राज्यों से बिहार तक सीधी बस सेवा
नई बसें बिहार से जुड़े अंतर्राज्यीय मार्गों पर चलेंगी, जिससे दूसरे राज्यों से सीधे बिहार पहुंचना आसान होगा। ये बसें दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों से सीधी सेवा देंगी। इस फैसले से उन प्रवासियों को सबसे ज्यादा लाभ होगा जो हर साल त्योहारों पर बड़ी कठिनाई से अपने घर पहुंच पाते थे।
बसों में सुविधाओं का खास ध्यान
इन 299 बसों में वातानुकूलित (एसी) और गैर-वातानुकूलित (नॉन-एसी) दोनों प्रकार की बसें शामिल होंगी। सरकार 75 एसी बसें और 74 डीलक्स नॉन-एसी बसें खरीदने जा रही है। इन पर कुल 105.82 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा 150 अतिरिक्त एसी बसें लोक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत चलाई जाएंगी। इसका मतलब यह है कि निजी क्षेत्र की भागीदारी से भी यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी।
परिवहन को लेकर समग्र योजना
सरकार की योजना सिर्फ बसों तक सीमित नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार केंद्र से विशेष ट्रेनों की भी मांग करेगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग त्योहारों पर अपने घर पहुंच सकें। इससे यह स्पष्ट है कि राज्य सरकार एक समग्र परिवहन व्यवस्था तैयार करने की दिशा में काम कर रही है।
कैबिनेट से मिल चुकी है मंजूरी
24 जून 2025 को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इस योजना को मंजूरी मिल चुकी है। इसके तहत राज्य परिवहन विभाग को पूरी योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी दी गई है। परिवहन व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए आने वाले समय में और भी फैसले लिए जा सकते हैं।
घर वापसी अब होगी सुगम और सुरक्षित
इस योजना से बिहार आने वाले लोगों को न केवल यात्रा में आसानी होगी बल्कि वे सुरक्षित और सुविधाजनक ढंग से अपने घर पहुंच सकेंगे। खासकर त्योहारों के वक्त जब ट्रेनें फुल रहती हैं और बसों में भीड़ उमड़ती है, तब सरकारी बसों का यह अतिरिक्त विकल्प यात्रियों को काफी राहत देगा।
सरकार की पहल पर आम लोगों की प्रतिक्रिया
इस घोषणा के बाद सोशल मीडिया और आमजन में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। लोग सरकार की इस पहल की सराहना कर रहे हैं और इसे जरूरतमंदों के लिए बड़ी राहत बता रहे हैं। इस निर्णय से यह संकेत मिलता है कि सरकार पर्व-त्योहारों के महत्व को समझते हुए जनसुविधा को प्राथमिकता दे रही है और भविष्य में भी ऐसे कदम उठाने को तैयार है जो जनता की जरूरतों के अनुरूप हों।

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