सरकारी दावे टांय टांय फिस्स : भाजपा विधायक का गांव ही वैक्सीन से अनजान, 16 हजार में मात्र 240 लोगों ने ही लिया टीका

सीतामढ़ी। कोरोना महामारी से लोगों की थमती सांसों को रोकने के लिए राज्य सरकार लगातार जागरूकता अभियान चला कर लोगों को मास्क लगाने व टीका लेने की अपील कर रही है। वहीं बिहार के सीतामढ़ी जिले के भाजपा विधायक के विधानसभा क्षेत्र में एक ऐसा पंचायत है- भासर मच्छहा पंचायत, जहां की आबादी सरकारी आंकड़े के मुताबिक करीब 16 हजार है, जिसमें से मात्र 240 लोगों ने ही अब तक कोरोना का टीका लिए है। डराने वाली बात यह है कि इस पंचायत के महिला, पुरुष बिना मास्क बिंदास एक समूह में बैठते हैं और बातें करते हैं।
जिला मुख्यालय के डुमरा प्रखंड से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित भासर मछहा पंचायत। जहां की आबादी जनगणना के मुताबिक 16 हजार 103 है। जबकि सूत्रों के मुताबिक आज के तारीख गांव की आबादी करीब 25 हजार के आसपास है। बीजेपी के नगर विधायक मिथिलेश कुमार का घर इसी क्षेत्र में आता है। इस गांव में लोगों के स्वास्थ्य लाभ देने को लेकर एक भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नहीं है। यहां के निवासी को इलाज के लिए जिला मुख्यालय डुमरा या शहर स्थित सदर अस्पताल जाना पड़ता है। यहां के अधिकतर गरीब तबके के लोग गांव के झोला छाप डॉक्टर के सहारे स्वास्थ्य लाभ लेते हैं। इन डॉक्टरों की संख्या 6 है। इन डॉक्टरों की लिखी दवा को बेचने के लिए गांव में 10 दवा दुकान है और इन दुकानों में कई दुकानदारों ने अब अंग्रेजी दवा भी रखना शुरू कर दिया। वही यहां सबसे चौंकाने वाली बात यह की यहां अधिकतर लोग टीका लेने के नाम पर झूठ का सहारे लेकर एक दूसरे को बरगला रहे हैं।
इस बात से पर्दा उठाने को लेकर जब हमने पंचायत के मुखिया बबलू साह से बात की तो उन्होंने कई चौंकाने वाली बातें बताई। उन्होंने कहा कि इस गांव में पंचायत स्तर पर अब तक ना तो जांच कराई गयी और नहीं ही टीकाकरण। अगर सरकार के साथ स्थानीय जिला प्रशासन जांच और टीकाकरण कराती है तो हम जनप्रतिनिधि सहयोग करने को तैयार हैं। जब मैंने पूछा आप अपने स्तर से लोगों की कोरोना जांच क्यों नहीं कराते? सवाल के जवाव में कहा कि पूर्व काल में आई इस महामारी में जब हम लोगों की कोरोना की जांच करवाए तो गांव में 6 लोगों का रिपोर्ट पॉजिटिव निकला। पॉजिटिव लोगों के नाम सार्वजिक करने को लेकर मेरे साथ लोगों के द्वारा अभद्र व्यवहार किया गया, साथ ही मारपीट करने पर उतारू हो गए। जिसके कारण इस बार कोरोना की जांच पंचायत स्तर पर नहीं किये जा रहे हंै और न ही टीकाकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब सिर्फ पंचायत के फंड से लोगों केबीच मास्क वितरण किया गया और आगे भी किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस गांव की वर्तमान आबादी में मात्र 240 लोगों ने ही टीका लिया है।  इसी क्रम में प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने  घोषणा किया की कोरोना के बचाव को लेकर पंचायत को 9 लाख 10 हजार रुपए मिलेंगे, जो कि आज तक नहीं मिला।

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