पटना में बनाए जाएंगे 23 नए पावर सब स्टेशन, बिजली आपूर्ति में नहीं होगी समस्या, राजधानी में नहीं कटेगी बिजली

पटना। पटना में बिजली आपूर्ति को बेहतर बनाने और उपभोक्ताओं को निर्बाध सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बड़े स्तर पर काम शुरू कर दिया गया है। राजधानी में लगातार बढ़ती आबादी और बिजली की मांग को देखते हुए पेसू (पटना इलेक्ट्रिक सप्लाई अंडरटेकिंग) ने 23 नए पावर सब स्टेशन स्थापित करने की योजना बनाई है। इन सब स्टेशनों के बनने से शहर में बिजली आपूर्ति न केवल दुरुस्त होगी बल्कि ट्रिपिंग और अचानक कटौती की समस्या से भी राहत मिलेगी। फिलहाल पटना में करीब 7.5 लाख उपभोक्ताओं को 78 सब स्टेशनों से बिजली मिल रही है। पहले यह संख्या 74 थी, लेकिन इस साल गोला रोड टी-प्वाइंट, दीघा आईटीआई, कर्पूरी सदन और चंद्रविहार कॉलोनी में चार नए सब स्टेशन शुरू किए गए हैं। अब 23 और सब स्टेशन बनने के बाद राजधानी में कुल संख्या 101 हो जाएगी। इसका सीधा लाभ आम उपभोक्ताओं को मिलेगा, जिन्हें 24 घंटे स्थिर और गुणवत्तापूर्ण बिजली की सुविधा मिल सकेगी। पेसू के अधिकारियों के अनुसार, इन 23 नए सब स्टेशनों के लिए स्थानों का चयन कर लिया गया है। इनमें से सात जगहों पर निर्माण कार्य पहले ही शुरू हो चुका है। ये स्थान हैं – पटना समाहरणालय, कोथवा, गुलजारबाग प्रेस क्लब, साइंस सिटी, विजय नगर, नंदलाल छपरा और श्रीराम स्कूल कंकड़बाग। तय समयसीमा के अनुसार, पटना समाहरणालय, साइंस सिटी, विजय नगर और नंदलाल छपरा में सब स्टेशनों का निर्माण सितंबर 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। वहीं, कोथवा और गुलजारबाग प्रेस क्लब में यह काम दिसंबर 2025 तक समाप्त करने की योजना है। श्रीराम स्कूल कंकड़बाग में निर्माण मार्च 2026 तक पूरा हो जाएगा।शेष 16 स्थानों पर भी जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा। इनमें बिहार विद्यापीठ, सिपारा आईओसीएल रोड, न्यू विद्युत भवन, भगवतीपुर, डीपीएस मोड़ खगौल, उसरी, नौसा (वाल्मी), दानापुर प्रखंड कार्यालय, गुलजारबाग एससीआरसी कैंपस, संपतचक, कनौजी शाहरपुर, रानीपुर जल्ला, बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी, पटना घाट, पाटलिपुत्र खेल परिसर (हाउसिंग कॉलोनी) और ट्रांसपोर्ट नगर शामिल हैं। इन स्थानों पर सब स्टेशनों की स्थापना से पूरे पटना जिले में बिजली आपूर्ति का दबाव विभाजित होगा और लोड शेडिंग की समस्या खत्म होगी। दरअसल, राजधानी में बिजली की बढ़ती खपत और पुराने सब स्टेशनों पर बढ़ते दबाव के कारण अक्सर ट्रिपिंग या कटौती की समस्या सामने आती है। नए सब स्टेशनों की स्थापना से पावर वितरण का नेटवर्क मजबूत होगा और प्रत्येक क्षेत्र में संतुलित रूप से बिजली उपलब्ध कराई जा सकेगी। इसका असर सीधे आम लोगों के जीवन पर पड़ेगा, क्योंकि 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति से न केवल घरेलू उपभोक्ताओं को फायदा होगा, बल्कि उद्योगों, कारोबार और शिक्षा क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी। कुल मिलाकर, आने वाले दो वर्षों में पटना की बिजली व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। 23 नए सब स्टेशनों के निर्माण के बाद राजधानी में बिजली आपूर्ति अधिक आधुनिक, सुदृढ़ और विश्वसनीय होगी। इससे पटना की पहचान स्मार्ट सिटी के रूप में और मजबूत होगी और उपभोक्ताओं को बिजली संकट से पूरी तरह राहत मिल पाएगी।
