पटना में 17 वर्षीय नाबालिक से दुष्कर्म, गंभीर हालत में पीएमसीएच में भर्ती, आरोपी गिरफ्तार

पटना। बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म की घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। यह घटना होटल विहान में हुई, जहाँ आरोपी वीरेंद्र चौधरी ने 17 वर्षीय लड़की के साथ जबरन संबंध बनाए। इस घटना के बाद समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी वीरेंद्र चौधरी मूल रूप से मधुबनी का निवासी है और पटना में किराए पर रहता है। उसका पेशा हाउसकीपिंग आउटसोर्सिंग से जुड़ा हुआ है। इसी कार्यालय में पीड़िता टेली कॉलर का काम करती थी। दोनों के बीच जान-पहचान भी इसी काम के दौरान हुई थी। वीरेंद्र ने नौकरी के बहाने लड़की से धीरे-धीरे दोस्ती बढ़ाई और फर्जी वादे किए। इसी क्रम में उसने लड़की को होटल में बुलाया, जहाँ घटना को अंजाम दिया गया। होटल विहान के मैनेजर ने पुलिस को बताया कि वीरेंद्र और लड़की दोनों 202 नंबर रूम में रुके थे। दोनों ने होटल स्टाफ को अपने आपको पति-पत्नी बताकर कमरा लिया था। लगभग चार घंटे तक वे होटल में मौजूद रहे और फिर वहां से निकल गए थे। आरोपी ने नाबालिग को इंटरव्यू के बहाने होटल बुलाया था और यहीं पर दुष्कर्म किया। चोट लगने की वजह से लड़की की तबीयत बिगड़ गई, लेकिन आरोपी उसे मेडिकल स्टोर से दवा दिलवाकर घर भेज दिया। शाम के वक्त जब पीड़िता घर पहुंची तो उसकी हालत काफी खराब थी। वह अपने कमरे में जाकर लेट गई। रात में बड़ी बहन ने जब उसे उठाया तो पाया कि बिस्तर खून से सना हुआ है। इसके बाद पीड़िता ने सारी घटना अपनी बहन को बताई। बहन ने तुरंत उसे लेकर थाना पहुंचने का फैसला किया। नाबालिग की बहन ने स्थानीय थाने में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने इसमें पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपी वीरेंद्र को घटनास्थल से फरार होने के बाद बाईपास इलाके में छापेमारी कर गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस के अनुसार, आरोपी पहले से शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता भी है। पीड़िता की हालत अत्यंत गंभीर बताई गई है। उसे पीएमसीएच अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ डॉक्टरों की टीम उसका इलाज कर रही है। उसके निजी अंगों में गंभीर जख्म आने के कारण उसे कई टांके लगाने पड़े। फिलहाल इलाज जारी है और उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर से महिलाओं और खासकर नाबालिग लड़कियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। इसे लेकर क्षेत्र में भारी आक्रोश है और लोग आरोपियों को सख्त सजा की मांग कर रहे हैं। पुलिस की तत्परता से आरोपी गिरफ्त में आ चुका है, अब न्यायिक प्रक्रिया चल रही है। पीड़िता के परिवार की मांग है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच हो और दोषी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। इस दर्दनाक घटना ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किसी भी उम्र की लड़की अपने ही कार्यस्थल और पहचान वालों के यहां कितनी सुरक्षित है। कानून-व्यवस्था को और बेहतर और सजग करने की जरूरत है ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
