November 20, 2025

PATNA : राजधानी के पटना डेयरी प्रोजेक्ट में मनाई गई दूध क्रांति के जनक डॉ वर्गीज कुरियन की 100वीं जयंती

फुलवारीशरीफ, (अजीत)। शुक्रवार 26 नवम्बर को वैशाल पाटलिपुत्र दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लि पटना के प्रांगण में “ श्वेत क्रान्ति के जनक ” एवं पटना डेयरी प्रोजेक्ट के प्रथम अध्यक्ष डा वर्गीज कुरियन का 100 वाँ जन्म दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम के मौके पर संघ के अध्यक्ष संजय कुमार, प्रबंध निदेशक श्रीनारायण ठाकुर, निदेशक मंडल सदस्य बासुकीनाथ सिंह, नागेश्वर राय, बनारसी भगत, निदेशक मंडल सदस्या शारदा देवी , रीमा देवी , सुमन देवी, प्रमिला देवी एवं संघ के पदाधिकारियों, कर्मचारियों डा. कुरियन की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया। संघ के अध्यक्ष संजय कुमार ने कहा कि उनके बताए गए कदमों पर चलकर बिहार के लाखों-लाख दुग्ध उत्पादक घर बैठे अपने दूध उत्पाद का बाजार आसानी से कर पा रहे हैं। प्रतिदिन करोड़ों रुपये का भुगतान किसानों को सहकारिता के माध्यम से किया जा रहा है। डॉ कुरियन ने बिहार ही नही बल्कि पूरे देश के पशुपालको और किसानों को आमदनी बढ़ाने की बुनियाद रखी।

पीडीपी प्रबंध निदेशक श्रीनारायण ठाकुर ने कहा कि डा कुरियन के दुरगामी सोच के फलस्वरूप आज भारत पूरे विश्व का सबसे ज्यादा दुग्ध उत्पादक देश के रूप में जाना जाता है। उन्हीं का देन है कि बिहार के पशुपालक दुग्ध व्यवसाय से जुड़कर खुशहाल हैं। सुधा डेयरी के प्रथम अध्यक्ष रहते हुए जो मार्गदर्शन दिया उसका नतीजा आज बिहार में सुधा एक प्रतिष्ठित संस्था के रूप में खड़ा है। इतना ही नही सुधा डेयरी में डॉ कुरियन के अविस्मरणीय योगदान रहा है। ऐसे महापुरुष को बिहार के पशुपालक कभी भूल नहीं सकते।

बता दें कि श्वेत क्रान्ति के जनक डा. वर्गीज कुरियन का जन्म 26 नवम्बर, 1921 को कोझीकोड में हुआ था। उनकी मृत्यु 9 सितम्बर, 2012 को नाडियाड में हुई। मिल्कमैन ऑफ इंडिया ” डा. वर्गीज कुरियन को उनके कार्यो के लिए पद्मश्री एवं पद्म भूषण से अलंकृत किया गया है। डा कुरियन के द्वारा श्वेत क्रांति की शुरूआत 1949 में गुजरात के आनंद से की गई जो आनंद पद्धति के नाम से पूरे देश में जाना जाता है।

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