BIHAR : छठ घाटों पर निगरानी में रहेंगे NDRF और SDRF के 1002 जवान, पटना में घाटों पर 428

पटना। लोक आस्था का महापर्व छठ सोमवार से नहाय-खाय के साथ शुरू हो गई। चार दिनों तक चलने वाले अनुष्ठान के दौरान संभावित आपदा की रोकथाम तथा आपदाओं के न्यूनीकरण के लिए छठ घाटों पर पटना सहित विभिन्न जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के 1002 जवान तैनात रहेंगे। किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए इन जवानों की टीम लगातार घाटों एवं घाटों के समीप मोटरवोट से निगरानी करती रहेगी। इसके लिए आपदा विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिलों के जिलाधिकारी को निर्देश दिया है।
पटना में घाटों पर तैनात रहेगें 428 एनडीआरएफ
आपदा सचिव श्री अग्रवाल ने बताया कि छठ घाटों पर श्रद्धालुओं को समस्या ना हो एवं संभावित आपदा से निपटने के लिए घाटों पर एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की टीम की तैनाती की गई है। पटना के घाटों पर बोट एम्बुलेंस की भी व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही 13 घाटों पर मेडिकल टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है। पटना में 400 एनडीआरफ एवं बाढ़, फतुहा, पुनपुन और दुल्हिन बाजार में 28 एसडीआरएफ की तैनाती की गई है। वहीं नदी में 70 मोटरबोट की तैनाती की गई है। इसी तरह से पटना सहित 30 जिलों के विभिन्न घाटों पर एसडीआरएफ की टीम की प्रतिनियुक्ति की गई है।


नदी में 228 मोटरबोट से निगरानी
आपदा सचिव ने बताया कि सभी डीएम को छठ पर्व के दौरान नदी में 228 मोटरबोट से निगरानी होगी। निजी नाव का परिचालन बंद करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ को एक्टिव मोड में रखने तथा उसके साथ प्रशिक्षित गोताखोरों एवं मोटरबोट चालकों को संबद्ध करने का निर्देश दिया गया। ताकि किसी घाट पर दुर्घटना की खबर पाते ही टीम पूरी तत्परता के साथ बिना देर किए हुए समय पर पहुंचे तथा सुरक्षा प्रदान किया जा सके। घाटों पर प्रतिनियुक्त प्रशिक्षित गोताखोरों को आसानी से पहचान की जा सके, इसके लिए सभी गोताखोरों विशेष जैकेट में रहेंगे।आपदा सचिव ने कहा है कि एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के मोटरबोटों की तैनाती एक स्थान पर कम से कम दो मोटरबोट एक साथ रहे ताकि किसी आकस्मिकता की स्थिति में एक दूसरे का सहयोग कर सकें।

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