हजारों मास्क बनाकर महिलाएं बन रही हैं आत्मनिर्भर, घरों को चलाने में मिल रही मदद

फतुहा। कोरोना काल में प्रतिदिन हजारों मास्क बनाकर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं। लॉकडाउन में बदहाल हुए आर्थिक संकट से उबरने के लिए दर्जनों खासकर गरीब महिलाएं घर से बाहर निकलकर मास्क बनाने में जुटी हैं। जिन महिलाओं के घर में सिलाई मशीन नहीं है, वो सोनारु मोड़ स्थित सिन्हा शिल्पी कला केंद्र में जाकर मास्क बनाने का काम कर रही हैं। बताया जाता है कि एक महिला प्रतिदिन एक सौ मास्क तैयार कर रही हैं। इसके एवज में केन्द्र के संयोजक के द्वारा दो सौ रुपए दिए जाते हैं। इस केंद्र पर प्रतिदिन दस महिलाएं एक साथ मास्क सिलने के काम में लगी रहती हैं। महिलाओं की माने तो लॉक डाउन के लंबी अवधि में मध्यम वर्ग के घरों को ज्यादा परेशानी हुई है। इस स्थिति में रोजगार के स्वरुप मास्क बनाने में ही थोड़ी बहुत प्राप्त आमदनी घरों को चलाने में मददगार साबित हो रही है। वहीं सिन्हा शिल्पी कला केंद्र के संयोजक मधु सिन्हा ने बताया कि महिलाओं में आत्म विश्वास जगाने में यह कदम कारगर साबित हो रही है। उनके अनुसार और भी महिलाएं आ रही हैं, जिन्हें इस केंद्र पर अन्य सिलाई कार्य के लिए प्रेरित किया जा रहा है ताकि उन्हें भी आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल सके।
