समीक्षा बैठक में सीएम नीतीश ने दिया निर्देश : जनसंख्या के अनुपात में जिला अस्पतालों में विकसित करें आईसीयू

कोरोना जांच केन्द्रों पर ऑक्सीजन लेवेल की जांच की भी करें व्यवस्था


पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1, अणे मार्ग स्थित नेक संवाद में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 से संबंधित समीक्षा बैठक की। समीक्षा के दौरान प्रधान सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत ने जानकारी देते हुए बताया कि 31 जुलाई को 28,624 टेस्ट किये गये थे, आज उसकी संख्या बढ़कर 71,520 हो गयी है। राज्य में प्रतिदिन टेस्टिंग की संख्या बढ़ायी जा रही है। उन्होंने पाइपलाइन के माध्यम से बेड्स तक आॅक्सीजन की आपूर्ति, आॅक्सीजन सिलिंडर, टेस्टिंग किट्स, वेंटिलेटर, आईसीयू बेड्स की उपलब्धता के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमितों के इलाज हेतु मुजफ्फरपुर के सौ बेड के पीकू अस्पताल को डेडीकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में तत्काल परिणत किया जा रहा है।
समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि आरटीपीसीआर जांच और ट्रूनेट जांच की संख्या और बढ़ायी जाय। मुख्यमंत्री ने कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या को और बढ़ाने का निर्देश देते हुये कहा कि अधिक से अधिक बेडों तक आॅक्सीजन पाइपलाइन की आपूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने कोरोना जांच केन्द्रों पर आक्सीजन लेवेल की जांच की भी व्यवस्था रखने का निर्देश दिया। सीएम नीतीश ने निर्देश दिया कि गंभीर कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए सभी जिलों में उनकी जनसंख्या के अनुपात में जिला अस्पतालों में आईसीयू विकसित करें। जिन जिलों में कोरोना के एक्टिव मरीज ज्यादा हैं, वहां टेस्टिंग की संख्या और बढ़ायें। उन्होंने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी के लिये प्लाज्मा बैंकिंग हेतु प्लाज्मा डोनेट करने वालों को इनसेंटिव की व्यवस्था होनी चाहिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रति एक लाख की जनसंख्या पर टेस्टिंग की संख्या का आकलन करें, टेस्टिंग में संक्रमितों का प्रतिशत भी आकलित करें, इससे कोरोना संक्रमण का व्यवहारिक आकलन हो सकेगा और इसे नियंत्रित करने में सहूलियत होगी। उन्होंने बाढ़ प्रभावित सामुदायिक केन्द्रों में भोजन करने आ रहे लोगों की भी जांच कराने का निर्देश दिया। साथ ही संभावित बाढ़ वाले जिलों में भी कोरोना संक्रमण की जांच तेजी से कराने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों में एम्बुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाय ताकि मरीजों को इलाज के लिए तुरंत कोविड सेंटर तक पहुंचाया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि मास्क का प्रयोग सभी लोगों के लिए सुनिश्चित करायें। यह जिम्मेवारी सिर्फ स्वास्थ्य विभाग की नहीं है बल्कि सभी प्रशासनिक अधिकारियों की है।
बैठक में मुख्य सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जिलाधिकारी, सभी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक-पुलिस उप महानिरीक्षक, वरीय पुलिस अधीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य वरीय पदाधिकारी जुड़े हुए थे।

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