संविदाकर्मियों के भविष्य को लेकर कांग्रेस का बिहार सरकार पर निशाना, कहा- बेरोजगारों को रोजगार देने में पूरी तरह से विफल
पटना। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने बिहार सरकार में संविदा में काम कर रहे लगभग 10 लाख संविदाकर्मियों के भविष्य को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सीएम नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा है कि 15 अगस्त 2018 को गांधी मैदान में भाषण देते वक्त मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संविदाकर्मियों को सभी प्रकार के सरकारी कर्मियों की भांति सुविधाएं तथा लाभ देने की बात कही थी। इतना ही नहीं, 2018 के सितंबर में कैबिनेट से भी इसे लागू करने की बात हुई थी। इसके बावजूद नीतीश सरकार अब 10 लाख संविदाकर्मियों की रोजगार छीनने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि मात्र एक माह का नोटिस देकर संविदाकर्मियों को उनके पद से हटाने की बात पूरी तरह से अन्याय पूर्ण तथा दोषपूर्ण है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो चुनाव के समय एनडीए तथा सीएम नीतीश के द्वारा 20 लाख रोजगार देने का वादा किया जाता है। वहीं दूसरी तरफ सरकार बनने के बाद पहले से संविदा में काम कर रहे 10 लाख संविदाकर्मियों को मात्र एक माह के अग्रिम नोटिस पर नौकरी से हटाने की बात की जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसा दोहरी नीति वाली बिहार सरकार पर से अब जनता का विश्वास उठ चुका है। राज्य सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने में पूरी तरह से विफल है। वहीं दूसरी तरफ जिन्हें संविदा पर रोजगार प्राप्त है, उनसे भी रोजगार छीनने का प्रयास करने पर तुली है।
उन्होंने कहा कि जब देश के पीएम तथा राज्य के सीएम लाल किला तथा गांधी मैदान में अपने ही दिए गए भाषण के दौरान अपने ही किए गए वायदे पर कायम नहीं रह पाएंगे, तो आम जनता भला कैसे उन पर विश्वास कर सकेगी।