श्रमिक स्पेशल ट्रेन के यात्रियों को सभी आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहा पूर्व मध्य रेल

हाजीपुर। देश के विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, छात्रों, पर्यटकों आदि के लिए रेलवे द्वारा 01 मई से लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है जिसमें आगे वृद्धि भी की जाएगी।
भारतीय रेलवे द्वारा चलाए गए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में से 25 मई तक पूर्व मध्य रेल के विभिन्न स्टेशनों पर कुल 1094 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पहुंची, जिससे लगभग 15 लाख प्रवासी मजदूरों को अपने गंतव्य तक पहुंचाया जा सका। जितनी भी श्रमिक स्पेशल यहां पहुंच रही हैं उन सभी से यात्रा करने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए भोजन, पानी, चिकित्सा सहित अन्य सभी जरूरतें पूरी की जा सकें, इसके लिए पूर्व मध्य रेल प्रशासन दिन-रात लगा हुआ है। पूर्व मध्य रेल के इन प्रयासों के कारण प्रवासी श्रमिकों को किसी प्रकार की कठिनाई नहीं हो रही हैं बल्कि रेलवे द्वारा किए गए सेवाभाव से वे अत्यंत संतुष्ट हैं। विदित हो कि भारतीय रेल द्वारा 25 मई तक देश भर में 3274 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं, जिससे 44 लाख से अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचा जा सका।

श्रमिकों को भोजन एवं पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके इसके लिए पूर्व मध्य रेल के रेलकर्मी एवं अधिकारी एक टीम की तरह कार्य रहे हैं। इसके लिए फुड प्वायंट बनाए गए हैं, जहां श्रमिक एक्सप्रेस के रूकने के बाद उसके यात्रियों के लिए भोजन, पानी आदि का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। पटना, दानापुर, पाटलिपुत्रा, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन, गया, चोपन, धनबाद, कोडरमा, बरकाकाना, रेणुकूट, सिंगरौली, डाल्टेनगंज, सिंगरौली, गढ़वा रोड, सोनपुर, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, बरौनी, समस्तीपुर, दरभंगा, बापूधाम मोतिहारी, बेतिया सहित श्रमिक स्पेशल पहुंचने वाली सभी स्टेशनों पर खान-पान, पेयजल, चिकित्सा एवं अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।
पूर्व मध्य रेल द्वारा श्रमिक स्पेशल अपने नियत समय पर पहुंचे इसके लिए पर्याप्त कदत उठाए गए हैं और लगभग सभी ट्रेनें नियत समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच रही हैं। परंतु रेलमार्ग में अत्यधिक व्यस्तता के कारण संरक्षा आदि को देखते हुए प्रवासी श्रमिकों के हित में कुछ ट्रेनों को आंशिक रूप से परिवर्तित किया गया। मार्ग परिवर्तन के कारण दूरी बढ़ गयी, जिसके फलस्वरूप समय थोड़ा ज्यादा लग रहा है।