December 10, 2025

शुक्रवार सुबह 5:30 बजे होगी निर्भया के दोषियों को फांसी, बचने की सभी चाल रही असफल

CENTRAL DESK : देश को हिला कर रख देने वाला निर्भया दुष्कर्म एवं हत्याकांड के चारों दोषियों के बचने की तमाम हथकंडा असफल होने के बाद अंतत: वह पल आ ही गया जब उक्त चारों दोषियों को कल सूली पर चढ़ा दिया जाएगा। दोषियों के फांसी पर रोक लगाने वाली याचिका दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट से खारिज होने के बाद तिहाड़ जेल में फांसी की तैयारी तेज कर दी गई है। शुक्रवार सुबह 5:30 बजे चारों दोषियों (विनय कुमार शर्मा, पवन कुमार गुप्ता, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार सिंह) को फांसी दी जाएगी। चारों दोषियों को तिहाड़ जेल संख्या-3 में फांसी दी जाएगी। वहीं याचिका खारिज होने पर परिजनों में भारी निराशा है। बृहस्पतिवार शाम दोषी मुकेश के परिजन उससे मुलाकात के लिए तिहाड़ जेल पहुंचे।
वहीं फैसला आने के बाद निर्भया की मां कोर्ट के बाहर आने के बाद रो पड़ीं। अपनी प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि अब 7 साल बाद जाकर उनकी बेटी को न्याय मिलने जा रहा है। वहीं दोषियों के वकील ने कहा है कि इन्हें भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर भेज दो या फिर डोकलाम (भारत-चीन बॉर्डर) भेज दो, लेकिन फांसी मत दो। वे भारत-पाक या फिर चीन-भारत बॉर्डर पर देश की सेवा ही करेंगे। साथ ही कहा कि वे इस बाबत एक एफिडेविट भी देंगे।
वहीं, सुनवाई के दौरान डेथ वारंट पर रोक लगाने वाली याचिका पर दोषियों के वकील एपी सिंह से अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेंद्र राणा ने पूछा कि ऐसा कोई कानून बताएं जो इस मौके पर डेथ वारंट पर रोक लगाने में सक्षम हो। है कुछ ऐसा? इससे पहले दोषियों के वकील ने अक्षय कुमार सिंह की पत्नी पुनीता की तलाक की याचिका, इंटरनेशनल कोर्ट में याचिका लंबित होने की बात कोर्ट में कही। सुनवाई के दौरान दोषियों के वकील ने कोर्ट में जानकारी दी कि इंटरनेशनल कोर्ट में याचिका दायर की गई है, लेकिन कोरोना की वजह से सुनवाई नहीं हो पा रही है। लोक अभियोजक ने दोषियों के वकील को लेकर कहा कि एपी सिंह हजारों अर्जियां दाखिल करें, लेकिन यह सब कानूनी विकल्प नहीं हैं। दोषियों के सभी विकल्प खत्म हो चुके हैं। कल के लिए तय फांसी नहीं रोकी जा सकती।

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