वर्चुअल सम्मलेन : हृदय संबंधी रोगों के उपचार से ज्यादा उसके बचाव पर ध्यान देने की जरूरत

पटना एम्स में क्लिनिको कार्डियो प्रिवेंट 2020 का वर्चुअल सम्मलेन


फुलवारी शरीफ। कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी आफ इंडिया (सीएसआई) “क्लिनिकों कार्डियो प्रिवेंट 2020” वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर पहला सम्मेलन पटना एम्स में रविवार को एक इंटरएक्टिव वेबिनार के साथ आयोजित किया गया। शहर के प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ और संयोजक, सीएसआई राष्ट्रीय निवारक परिषद के आयोजन सचिव डॉ. अजय सिन्हा ने बताया कि इसमें कार्डियोलॉजिस्ट और देश भर के कार्डियक सर्जन ने आनलाइन भाग लिया। कोविड महामारी के वर्तमान परिदृश्य में डॉक्टरों ने तेजी से बढ़ रही हृदय संबंधी बीमारियों के उपचार में बदलती रणनीतियों पर चर्चा की। इस विषय पर डॉ. एचके चोपड़ा ने अपना व्याख्यान दिया। संयुक्त राज्य अमेरिका से डॉ. नवीन सी नंदा ने इको कार्डियोग्राफी पर विश्व में हृदय संबंधी रोगों के आकलन में गैर इनवेसिव इमेजिंग तकनीकों को दिखाया।
एंटीकोआग्युलेशन थेरेपी पर दिल्ली से डॉ. प्रवीण चंद्रा ने कहा कि 3 महीने तक के सभी कोविड पीटीएस के लिए एंटीकायगुलेंट थेरेपी देना बहुत महत्वपूर्ण है। एम्स पटना के कार्डियक सर्जन डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि हृदय संबंधी रोगों के उपचार से ज्यादा उसके बचाव पर ध्यान देने की जरूरत है। डॉ. संजीव ने बताया कि इस वेबिनार से कार्डियक सर्जन को काफी फायदा होगा। यूके से डॉ. राजे नारायण एसएन नरसिंघम, चेन्नई से डॉ. सोमित्रा रॉय, कोलकाता से डॉ. प्रवीण चंद्रा, त्रिशूर के डॉ. पीपी मोहनन, भागलपुर के डॉ. डीपी सिंह और डॉ. बीपी सिंह, डॉ. यूसी सामल, डॉ. एके झा, डॉ. प्रभात कुमार, डॉ. बीबी भारती, डॉ. नीरव कुमार उन हृदय रोग विशेषज्ञों में शामिल हैं, जिन्होंने हृदय विफलता, उच्च रक्तचाप और उनकी रोकथाम के तरीकों के विभिन्न पहलुओं पर शोधपत्र प्रस्तुत किए।

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