September 17, 2025

लॉक डाउन में केंद्र सरकार द्वारा तत्परता से पहुंचाई जा रही है राहत

पटना। केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दौरान लोगों को परेशानी से निजात दिलाने के लिए सहायता के रूप में जो कदम उठाए हैं, उसका कार्यान्वयन तत्परता पूर्वक किया जा रहा है। जरूरतमंदों तक सही समय पर यह पहुंचे इसकी मॉनिटरिंग भी प्रशासन की ओर से लगातार की जा रही है। यही वजह है कि ससमय लोगों को इसका लाभ मिल रहा है। इसकी स्वीकारोक्ति बिहार के विभिन्न जिलों के लोग कर रहे हैं। लाभार्थियों का कहना है कि आज की परिस्थिति में केंद्र सरकार का यह सहयोग उनके घर परिवार के लिए काफी उपयोगी साबित हुआ है और इसके लिए प्रधानमंत्री धन्यवाद के पात्र हैं।
मां की आंखों में मैंने सुकून का भाव देखा
भागलपुर जिले के गोलाघाट नया बाजार के रहने वाले युवा अप्पू कुमार कहते हैं कि कोरोना संक्रमण की वजह से कभी इस तरह की और इतने दिनों की बंदी जैसी स्थिति का सामना नहीं किया था। परिवार की माली हालत भी ऐसी नहीं थी कि ऐसे वक्त के लिए खाने पीने का सामान घर में इकट्ठा करके रख लेता। किसी तरह मेहनत मजदूरी करके घर में दो वक्त के खाने का इंतजाम करता था, लेकिन लॉक डाउन की वजह से घर में बैठना पड़ा। मां सुधा देवी के नाम से राशन कार्ड है। इनके घर में राशन खत्म हो गया। ऐसी स्थिति में इनके परिवार का भरण पोषण कैसे होगा? इस सवाल को लेकर यह परिवार परेशान था। तभी एक सुखद खबर इन्हें मिली कि केंद्र सरकार की ओर से राशन कार्ड पर इस विषम परिस्थिति में अतिरिक्त अनाज दिया जाएगा। यह राशन दुकान पर गए तो इन्हें इनके कार्ड में दर्ज यूनिट के हिसाब से 20 किलो अतिरिक्त अनाज मिला। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत इन्हें मिली सहायता लॉक डाउन की अवधि में भी इनके लिए बड़ी राहत साबित हुई है। घर के दरवाजे पर बैठी इनकी मां की आंखों में इस सहयोग से उत्पन्न खुशी की चमक दिख रही थी।
बुरे वक्त में मिला साथ तो क्यों न बढ़े हौसला
सीतामढ़ी जिले के रुन्नीसैदपुर गांव के रहने वाले कृषि कार्य से जुड़े रमेश कुमार की आजीविका का साधन है खेती। इसके जरिए ये अपने परिवार का भरण पोषण एवं अपनी अन्य जरूरतों की पूर्ति करते हैं। यूं तो लॉकडाउन की वजह से घर में खाने पीने की बहुत दिक्कत इन्हें नहीं हुई, लेकिन पैसे खत्म हो गए तो अपने खेत की जरूरत को पूरा करने की समस्या इनके सामने आ गई। जाहिर है ये परेशान रहने लगे। इसी दौरान इन्हें अपने मोबाइल पर बैंक से संदेश आया कि आपके खाते में 2000 रूपये जमा किए गए हैं। केंद्र सरकार के प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत इन्हें मिली यह राशि इनके लिए बड़ी राहत साबित हुई है।
और रूपा के घर में आ गया गैस सिलेंडर


पटना जिले के फुलवारी शरीफ थाना अंतर्गत एक गांव है गोनपुरा। यहां रूपा कुमारी अपने परिवार के साथ रहती हैं। आर्थिक तंगी झेल रहे इस परिवार की लॉक डाउन के दौरान गैस खत्म हो जाने से दिक्कत बढ़ गई। केंद्र के उज्जवला योजना से इन्हें गैस कनेक्शन मिला था, जो इनके लिए काफी उपयोगी साबित हुआ। लेकिन लॉक डाउन के कारण कामकाज बंद हो जाने से घर में पैसे खत्म हो गए। ऐसी स्थिति में गैस सिलेंडर खरीदना इनके लिए मुश्किल हो गया। लेकिन केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत इनके बैंक खाते में गैस सिलेंडर की खरीद के लिए पैसे आ गए। ये बैंक जाकर पैसे ले आई और फिर उस पैसे से इनके घर में सिलेंडर पहुंच गया और इनकी परेशानी दूर हो गई।


भागलपुर जिले के नया बाजार की रहने वाली लाली देवी भी रूपा कुमारी की तरह परेशान थी। उनके घर की स्थिति भी इन से मिलती जुलती हैए लेकिन समस्या थोड़ी अलग थी। लाली देवी के घर में राशन खत्म हो गया। परेशानी के इस दौर में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना इनका सहारा बना। इससे खाने की इनके घर की समस्या दूर हो गई।

साभार : पीआईबी

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