लॉक डाउन : खगड़िया में फंसे हैं मां पिता, बच्चों को संभाल रही बिहार पुलिस

मुंगेर। कोरोना वायरस को लेकर पूरा देश त्राहिमाम कर रहा है। पूरे देश में लॉकडाउन लागू है, जिससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। दूसरे प्रदेश में कमाने गए लोग इस विपदा में अपने गांव लौटने की जद्दोजहद कर रहे हैं। कई लोग तो पैदल ही अपने गांव की ओर रवाना हो रहे हैं। इस विपदा की घड़ी में बिहार पुलिस भी ऐसे लोगों की मदद के लिए लगातार राहत पहुंचाने का कार्य कर रही है। जिससे जनमानस के बीच बिहार पुलिस द्वारा किए जा रहे सामाजिक पहल की चहुंओर प्रशंसा हो रही है। बिहार के मुंगेर जिला के कासिम बाजार थाना अंतर्गत संदलपुर इलाके में तीन बच्चे मां-पिता से अलग हो गए हैं। अंकित, अंकिता और रुस्तम नाम के तीन भाई-बहनों के माता और पिता खगड़िया में फंसे हुए हैं। वहां से उन्हें आने का कोई साधन नहीं है। खगड़िया में फंसे दोनों माता-पिता चाह कर भी अपने बच्चों की मदद नहीं कर पा रहे थे। पिछले तीन दिनों से कासिम बाजार थाना के संदलपुर टीओपी की पुलिस बच्चों को भोजन करा रही है। तीनों बच्चों ने बताया कि टीओपी में तीन वक्त का खाना, बिस्किट, पानी सब कुछ मुहैया कराया जा रहा है। एसपी लिपि सिंह के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक हरिशंकर कुमार और कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार तीनों बच्चों का बराबर ख्याल रख रहे हैं। तीनों बच्चों के भोजन का इंतजाम टीओपी में ही किया गया है। बता दें गौरतलब है कि एसपी द्वारा सभी थानों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि यदि कोई भी भूखा बच्चा या परिवार या व्यक्ति समस्याओं से जूझ रहा है तो तत्काल उनकी मदद करें।
इसके अलावा सफिया सराय थाना की पुलिस द्वारा भी कई लोगों के बीच खाद्य सामग्री वितरित की गई। आदिवासी समुदाय के लोगों का एक जत्था लॉक डाउन के कारण फंसा हुआ था। खाने-पीने की काफी समस्या हो रही थी। सड़क पर से गुजरते पुरुषों और महिलाओं को रोककर उनके बारे में पूछताछ की गई। उनकी हालत काफी खराब थी। सफिया सराय ओपी अध्यक्ष द्वारा उनके खाने-पीने का इंतजाम कराया गया। यातायात थाना द्वारा भी 3 बच्चों के खाने का इंतजाम किया गया है। उनके परिवार में खाने को कुछ नहीं था। यातायात थाना द्वारा भी तीन बच्चों के परिवार को पर्याप्त खाद्य सामग्री मुहैया कराई गई है।

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