लवली आनंद ने कर दिया बड़ा ऐलान : आनंद मोहन की रिहाई नहीं होने पर पटना में होगी बड़ी रैली, उतारेगी प्रत्याशी
पटना। रविवार को फ्रेंड्स आॅफ आनंद के प्रांतीय प्रवक्ता पवन राठौर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि सहरसा में आयोजित फ्रेंड्स आॅफ आनंद का दो दिवसीय प्रतिनिधि सम्मेलन संपन्न हुआ। सम्मेलन में जिन जिलों में सांगठनिक सक्रियता की कमी है, उन जिलों में कार्यकारी अध्यक्ष और महासचिव मनोनीत कर कार्य को गति प्रदान करने का निर्णय लिया गया। सम्मेलन में एक माह के भीतर पूरे राज्य में सांगठनिक ढांचे को खड़ा करने की बात की गई तथा बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जून से राज्य के 4 बड़े शहरों में चार बड़ी रैलियां आयोजित करने का निर्णय प्रतिनिधि सम्मेलन में लिया गया।
फ्रेंड्स आफ आनंद की संरक्षिका पूर्व सांसद लवली आनंद ने प्रतिनिधि सम्मेलन में देश और राज्य भर से आए लगभग 200 से ज्यादा प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए अपने समापन भाषण में कहा कि मई के अंत तक अगर आनंद मोहन जेल से बाहर आते हैं तो आगे की रणनीति उनसे राय लेकर तय की जाएगी और अगर ऐसा नहीं हुआ तो अनिर्णय की स्थिति से निकल कर फ्रेंड्स आफ आनंद महाराणा प्रताप की जयंती 8 जून को पटना में उनकी रिहाई के सवाल पर एक बड़ी रैली का आयोजन कर आगे की रणनीति का खुलासा करेगा, जिसके तहत फ्रेंड्स आॅफ आनंद अपने पुराने राजनीतिक आशियाने बिहार पीपुल्स पार्टी का पुनर्गठन कर आगामी बिहार विधानसभा की 50 सीटों पर दमदार तरीके से अपना प्रत्याशी उतारेगी।
वहीं केंद्रीय अध्यक्ष चेतन आनंद द्वारा पेश राजनीतिक प्रस्ताव में देश में बढ़ती जातीय विद्वेष और धार्मिक उन्माद पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मूलभूत समस्याओं से ध्यान बांटने और अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए दोनों ओर के चरमपंथियों द्वारा समाज में कट्टरता और सांप्रदायिकता का जहर घोला जा रहा है। वोट बैंक के लिए धर्म के आधार पर गोलबंदी राष्ट्रहित में नहीं है। वहीं फ्रेंड्स आफ आनंद के प्रांतीय अध्यक्ष कुलानंद यादव अकेला ने प्रतिनिधि सम्मेलन में पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई की मांग जोर-शोर से उठाई।
सम्मेलन में महासचिव ठाकुर उदय शंकर, युवा नेता अंशुमन मोहन, उपाध्यक्ष अशोक चौधरी, चंद्रभानु साहू, जितेंद्र दादा, सचिव राजेश वर्मा, बुच्ची गुप्ता, प्रदीप क्षत्रिय सहित कई वरिष्ठ 200 से ज्यादा प्रतिनिधि शामिल हुए।


