रामकृपाल ने लोकसभा में उठाया चमोली हादसे में पटना के गायब इंजीनियर मनीष का मुद्दा
फुलवारी शरीफ। लोकसभा में पाटलीपुत्र के सासंद रामकृपाल यादव ने चमोली हादसे में लापता इंजीनियर का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वैसे तो सरकार पूरी तरह से इस हादसे में लापता लोगों को निकालने में जुटी हुई है पर मेरे यहां के मनीष कुमार जो कि एक इंजीनियर हैं, उसका पता नहीं चल रहा है। मैंने गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री से भी इस मसले पर बात किया है पर मैं चाहता हूं कि सरकार इस पर विशेष ध्यान आकृष्ट करें। रामकृपाल ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि मनीष की पत्नी के हाथों की मेंहदी भी नहीं सूखी है। दो महीने पहले ही उसकी शादी हुई है। पूरा परिवार परेशान है। परिवार को सरकार आर्थिक मदद पहुंचाए।


सांसद ने बताया कि लोकसभा में शनिवार को शून्यकाल के दौरान सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए उत्तराखंड के चमोली में लापता हुए संसदीय क्षेत्र पाटलिपुत्र स्थित पालीगंज विधानसभा क्षेत्र के रानीतालाब थाना इलाके के निसरपुरा गांव निवासी स्व. मदन मोहन सिंह के पुत्र मनीष कुमार को ढूंढने का मामला सदन में उठाया। साथ ही सरकार से अविलंब सहायता राशि के साथ ही परिजन को नौकरी देने का आग्रह किया। विगत दिनों उत्तराखंड के चमोली जिले में ग्लेशियर टूटने की वजह से आए जलजले में मनीष लापता हो गए हैं। मनीष जोशीमठ के समीप निर्मित टनल के ओम मेटल एंड इंफ्र कंपनी के प्रोजेक्ट में इंजीनियर के पद पर कार्यरत थे। उनके परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजन और चाहने वाले घटनास्थल पर हो रही कार्रवाई के बारे में जानने के लिए लगातार संपर्क में हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से भी इस संदर्भ में संपर्क में हूं, साथ ही इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलकर और उन्हें पत्र देकर मनीष को ढूंढने के लिए ध्यान आकृष्ट कराया हूं। वहीं मनीष को शीघ्र ढूंढने हेतु सरकार से आग्रह सदन के जरिये भी किया।

