राज्यसभा में बोले आरसीपी, पर्यटन से जुड़े बिहार सरकार के प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृति दे केन्द्र

नई दिल्ली। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने शुक्रवार को राज्यसभा में पर्यटन मंत्रालय के कार्यकरण पर चर्चा के दौरान राजगीर को वर्ल्ड हेरिटेज बनाने और बिहार में पर्यटन की अपार संभावनाओं का जिक्र करते हुए पर्यटन को लेकर बिहार सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृति देने की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री और केन्द्रीय पर्यटन मंत्री को बधाई भी दी कि भारत आज पर्यटन इंडेक्स में 34वें स्थान पर है।
अपने संबोधन के दौरान श्री सिंह ने कहा कि इतिहास में बिहार की ख्याति ज्ञान की भूमि के तौर पर रही और बिहार सत्ता का केन्द्र भी रहा। एक ओर यहां नालंदा, विक्रमशिला, उदंतपुरी और तेल्हारा के विश्वविद्यालय हैं तो दूसरी ओर मगध का साम्राज्य और संसार का प्रथम गणतंत्र वैशाली भी। निश्चित रूप से यहां टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक तौर पर देखें तो गया है, जहां भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई और जो हिन्दू धर्म को मानने वाले हैं वो यहीं अपने पूर्वजों का तर्पण करते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार ने 2800 करोड़ रुपये खर्च कर गंगा का जल गया पहुंचाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
आरसीपी सिंह ने आगे राजगीर की चर्चा करते हुए कहा कि यहां मगध का साम्राज्य रहा है। यहां ऐतिहासिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता एक साथ है। यहां के पहाड़ों पर आप 30-30 तरह के बटरफ्लाई को देखने का सुख प्राप्त कर सकते हैं। मैं अनुरोध करूंगा कि यहां के प्रसिद्ध साइक्लोपियन वॉल को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे यहां रामायण सर्किट है, बौद्ध सर्किट है, जैन सर्किट है, कांवरिया पथ है और इसके लिए स्वदेश भ्रमण की जो केन्द्र सरकार की योजना है, उसके लिए मंत्रीजी को मैं धन्यवाद देता हूं। पर्यटन से जुड़े बिहार के प्रस्तावों को केन्द्र सरकार शीघ्र स्वीकृति दे ताकि बिहार की तरक्की हो और इसके साथ ही हमारा देश भी इस क्षेत्र में और तरक्की करे।

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