December 10, 2025

राजद और कांग्रेस ने राज्यसभा में उठाया बिहार में फैले कोरोना संक्रमण और बाढ़ का मुद्दा

पटना। बिहार में कोरोना संक्रमण और बाढ़ की दोहरी मार का मुद्दा राज्यसभा उठा। रविवार को शून्यकाल में यह मुद्दा राजद के मनोज झा ने उठाते हुए मांग की कि इस समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए। मनोज झा ने कहा कि बिहार में हर साल मानसून के दौरान बिहार में बाढ़ आती है और राज्य में जानमाल का भारी नुकसान होता है। इस साल तो कोरोना वायरस का संक्रमण भी फैला हुआ है।
बाढ़ का स्थायी समाधान खोजना बेहद जरूरी
समाचार एजेंसी के अनुसार, मनोज झा ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए सुरक्षित दूरी बनाए रखना आवश्यक है। बाढ़ प्राकृतिक आपदा है और बिहार में इस साल कोरोना काल में यह प्राकृतिक आपदा आई है। श्री झा ने कहा कि यह सच है कि बाढ़ प्राकृतिक आपदा है लेकिन कहीं न कहीं यह मानवजनित संकट भी है। इसका स्थायी समाधान खोजना बेहद जरूरी है। हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि भौगोलिक स्थिति को देखते हुए इस मुद्दे से जुड़ा एक पक्ष नेपाल भी है। उन्होंने कहा कि कई कारणों की वजह से बिहार सामूहिक चिंता का विषय रहा है। इस बार तो राज्य पर दोहरी मार पड़ी है। झा ने मांग की कि सरकार सभी पक्षों को साथ लेकर कोई ऐसा स्थायी समाधान निकाले, जिससे लोगों के बीच सुरक्षित दूरी भी बनी रहे और बाढ़ से उनका बचाव भी हो। विभिन्न दलों के सदस्यों ने उनके इस मुद्दे से स्वयं को संबद्ध किया।
अखिलेश सिंह ने भी बिहार से जुड़ा मुद्दा उठाया
शून्यकाल में कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने भी बिहार से जुड़ा मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के कारण बिहार के विभिन्न अदालतों में अपनी पूरी क्षमता से कामकाज नहीं हो पा रहा है, जिससे जमानत संबंधी मामलों की सुनवाई प्रभावित हुई है। उन्होंने कहा कि बिहार की 59 जेलों में कोरोना से संक्रमित कैदियों की संख्या करीब 50,000 है। जेलों में सुरक्षित दूरी के मानक का पालन जरूरी है और कैदियों की बढ़ती संख्या की वजह से ऐसा हो पाना मुश्किल है। श्री सिंह ने कहा कि राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। उन्होंने मांग की कि इस गंभीर स्थिति की समीक्षा कर समुचित फैसला किया जाना चाहिए।

You may have missed