मुंगेर पुलिस ने किया लूट के कई मामलों का खुलासा, 13 गिरफ्तार, इन अपराधियों की करतूत जानकर हो जाएंगे हैरान

मुंगेर। बिहार पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। मुंगेर पुलिस ने लूट के कई मामलों का खुलासा करते हुए एक दर्जन से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया है, साथ ही बंदूक, गोली सहित कई आपत्तिजनक समाने बरामद की है। लॉक डाउन की अवधि के दौरान इनकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई थी और इनकी मंशा लूट की कई वारदातों को अंजाम देने की थी।
बताया जाता है कि मुंगेर एसपी लिपि सिंह को गुप्त सूचना मिली कि कासिम बाजार थाना अंतर्गत हसनगंज ब्रह्म स्थान के पास एक बगीचे में कुछ अपराधियों का जमावड़ा लगा हुआ है। वे अपराधी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए जुटे हैं और कुछ हथियार होने की भी सूचना एसपी को मिली। सूचना के बाद एसपी द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक हरिशंकर कुमार के नेतृत्व में छापामार दल का गठन किया गया। टीम में एसआईओयू प्रभारी विनय कुमार, कासिम बाजार थानाध्यक्ष, सफियासराय ओपी अध्यक्ष, वासुदेवपुर ओपी अध्यक्ष को शामिल किया गया। उसके बाद छापामारी की कार्रवाई में 13 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अपराधी लूट और डकैती की घटनाओं को अंजाम देते थे तथा उन्होंने कई लूट कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। इनकी योजना बड़े पैमाने पर लूट की वारदातों को अंजाम देने की थी। गिरफ्तार अपराधियों के पास से छह हथियार और 13 गोलियां औश्र लूट की दो बाइक भी पुलिस ने बरामद की है। गिरफ्तार अपराधियों ने ही संदलपुर ओपी के पास फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। बरामद बाइक लूट की घटनाओं को अंजाम देने में इस्तेमाल की जाती थी।
गिरफ्तार अपराधियों में मोहम्मद निजाम आलम उर्फ गुड्डू मियां साकिन हाजी सुभान, अजय साह उर्फ पांडा साकिन हसनगंज थाना सफिया सराय, गौरव यादव साकिन संदलपुर झाझा टोली, मिथुन दास साकिन मिल्की चक, संतोष मंडल साकिन राम नगर मोर्चा, रवि राज उर्फ रवि यादव साकिन संदलपुर, वीरेंद्र यादव उर्फ कारू यादव साकिन संदलपुर, संतोष यादव उर्फ कुर्रा साकिन संदलपुर झाझा टोली, राजा कुमार यादव साकिन छोटी मिजार्पुर, नीरज यादव साकिन छोटी मिजार्पुर, ओमप्रकाश सिंह उर्फ फंटूश साकिन बड़ी आशिकपुर, छोटू यादव साकिन शिव कुंड छर्रा पट्टी, चंदन कुमार साकिन लगमा शिवकुंड शामिल है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से एक देसी मास्केट, 5 देशी पिस्तौल, .315 बोर की 13 गोलियां, एक डाइगर छुरा, एक चाकू, कुछ सिगरेट और गुटका, लूट की दो बाइक, लूट एवं फायरिंग में इस्तेमाल की गई दो बाइक तथा लूटी गई राशि 4500 रूपए बरामद हुए हैं।

एसपी लिपि सिंह के अनुसार, साफियासराय ओपी क्षेत्र में लूट की वारदात को एक चुनौती के तौर पर लिया गया था और 7 दिन के अंदर ही लूटी गई बाइक को बरामद किया गया और सभी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। सभी अपराधियों का एक लंबा इतिहास रहा है और इस गैंग के द्वारा लूट की कई घटनाओं को अंजाम दिया गया था। कुछ दिनों पहले तीन गैंग ने आपस में मिलकर लूट और डकैती की कई घटनाओं को अंजाम देने की योजना बनाई थी। जिसमें पांडा गैंग, गुड्डू मियां गैंग और गौरव यादव गैंग ने आपस में मिलकर लूट कांडों को अंजाम देने की योजना बनाई थी तथा लूट के बाद लूटे गए सामानों को खपाने का काम छोटू यादव, चन्दन प्रसाद, संतोष मंडल, फंटूश सिंह को दिया गया था। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार सभी अपराधी बिहार के कई जिलों में सक्रिय रहे हैं। झारखंड में भी इन अपराधियों की सक्रियता रही है। हाजी सुभान निवासी निजाद आलम उर्फ गुड्डू मियां ने हत्या की कई वारदातों को अंजाम दिया था तथा इस पर यूएपीए की प्राथमिकी भी दर्ज थी। गिरफ्तार सभी अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सभी अपराधियों का जमावड़ा फंटूश सिंह के घर पर हुआ था। वहीं से अपराध की योजना बनी थी और इसके बाद अलग-अलग समूहों में बंट कर अपराधियों द्वारा लूट की कई वारदातों को एक ही दिन अंजाम दिए जाने की तैयारी थी। गिरफ्तार अपराधियों ने यह भी स्वीकार किया है कि लॉक डाउन की अवधि के दौरान इनकी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई थी और इनकी मंशा लूट की कई वारदातों को अंजाम देने की थी। लूटी गई बाइक को कम दाम में खरीदकर अधिक दान में बेचना इनका इनकी कार्यशैली थी।
अजय साह उर्फ पांडा द्वारा लूट की कई घटनाओं को अंजाम दिया गया था। गंगटा थाना अंतर्गत मथुरा गांव में मार्च महीने में इसने बाइक लूट की घटना को अंजाम दिया था। 2018 में देवघर में इसने एक मुखिया के भाई की हत्या की थी। छह लाख रूपए में देवघर के मुखिया के भाई की हत्या की डीलिंग हुई थी और दो अपराधियों के साथ जाकर अजय साव उर्फ़ पांडा ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। 10 साल पहले भी जेल जा चुका है। सफिया सराय ओपी क्षेत्र में लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले इसने संदलपुर ओपी के पास और मकससपुर में फायरिंग की थी।
निजाद आलम उर्फ गुड्डू मियां द्वारा जेल गेट पर सिपाही को गोली मारी गई थी। समस्तीपुर के रोसड़ा में हत्या की नीयत से यह गया था और वहां हथियार के साथ इसे गिरफ्तार कर लिया गया था। 07 जुलाई 2009 में इसने एकतरफा प्यार में एक लड़की को गोली मारी थी। उसके बाद 14 जुलाई 2009 को इसके घर हुई छापेमारी में 8 बम, 1 छह चक्रीय रिवाल्वर और एक कट्टा बरामद हुआ था। बेगूसराय में वर्ष 2016 में पावर हाउस चौक पर पूर्व जिला परिषद सदस्य टुन्ना राय की इसने हत्या कर दी थी। हत्या के लिए तीन लाख रूपए में डील हुई थी। कोडरमा में वर्ष 2013 में हत्या की नीयत से गया था लेकिन हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया गया था। 2014 में इसके ठिकाने पर एसटीएफ की छापामारी हुई थी तो इसके घर से मॉडिफाइड एके 47 बरामद हुआ था। एके 47 को मोडीफाय कर उसे इंसास जैसा बनाया गया था। उस मामले में इसके खिलाफ आर्म्स एक्ट और यूएपीए की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
गिरफ्तार अपराधी संतोष मंडल पर भी कई मामले दर्ज हैं। 2007 में इसने मोती तांती की हत्या आपसी वर्चस्व की लड़ाई में कर दी थी। 2013 में हवेली खड़गपुर थाना अंतर्गत राजा रानी तालाब के पास पंकज मंडल को गोली मारी थी। 2013 में जमालपुर निवासी भरत यादव पर फायरिंग के मामले का भी अभियुक्त है। 2013 में हवेली खड़गपुर थाना द्वारा इसे हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया था। 2011 में नया रामनगर थाना क्षेत्र में इसने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था।
अपराधी गौरव यादव का भी काफी लंबा अपराधिक इतिहास है। 2006 में इसने संदलपुर झाझा टोली में सीताराम दास की हत्या की थी। 2007 में इसकी गिरफ्तारी हुई थी और साढ़े चार साल यह जेल में रहा। 2013 में सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में बाइक लूट की घटना को अंजाम देने के बाद इसे गिरफ्तार किया गया था। 2015 में संदलपुर झाझा टोली स्थित घर से इसे गिरफ्तार किया गया था और हथियारों की बरामदगी हुई थी। 2016 में भी कई बार इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई। 2017 में नव टोलिया में इसने एक दलित को गोली मार दी थी। 2018 में इसने लगातार लूट की तीन वारदातों को अंजाम दिया था। इसी साल होली के दिन भी इसने एक व्यक्ति को गोली मार दी थी। गौरव यादव के खिलाफ 8 से अधिक मामले दर्ज हैं और इसका भाई संतोष यादव उर्फ कुररा भी अपराधी रहा है। गिरफ्तार किए गए सभी अपराधी कई सालों से अपराध जगत में सक्रिय रहे हैं और इनका अपराध से पुराना नाता रहा है।