भारी बावेला मचने के बाद सीएम नीतीश ने रेल मंत्री को लिखा पत्र, पुनर्विचार का किया आग्रह
पटना। बिहार के मुंगेर स्थित जमालपुर में रेलवे अधिकारियों को प्रशिक्षित करने वाले 132 साल पुराने गौरवपूर्ण संस्थान इंडियन रेलवे इंस्टिट्यूट आफ मैकेनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (आईआरआईएमईई) को बिहार से बाहर ले जाने के मामले पर विपक्ष के ताबड़तोड़ हमले के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर 132 साल पुराने गौरवपूर्ण संस्थान आईआरआईएमईई के राज्य से बाहर ले जाने के रेल मंत्रालय के आदेश पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया है।

#जमालपुर स्थित इंडियन रेलवे के इस सबसे पुराने केन्द्रीय संस्थान से न सिर्फ बिहार के लोगों का बल्कि भारतीय रेल के हजारों लोगों व् अधिकारीयों का भावनात्मक जुड़ाव रहा है. @NitishKumar जी के 1 मई को लिखे पत्र के आलोक में रेलमंत्री @PiyushGoyal जी से तत्काल हस्तक्षेप का अनुरोध है।
— Sanjay Kumar Jha (@SanjayJhaBihar) May 6, 2020
बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को ट्वीट कर बताया कि जमालपुर आईआरआईएमईई को बिहार के बाहर ले जाने के रेल मंत्रालय के 24 अप्रैल 2020 के आदेश पर राज्य सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है। मुख्यमंत्री ने रेल मंत्री को इस मामले में अविलंब हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 1 मई 2020 को लिखे पत्र में पीयूष गोयल से मंत्रालय के इस आदेश को निरस्त करने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि 132 साल पुराना आईआरआईएमईई, जमालपुर, बिहार और रेलवे के गौरवपूर्ण इतिहास का अभिन्न हिस्सा रहा है। वर्ष 1927 से ही यह रेलवे के शीर्षस्थ अधिकारियों को प्रशिक्षित करता रहा है। इसे बिहार से बाहर ले जाने के निर्णय पर पुनर्विचार अवश्य किया जाना चाहिए।

