December 5, 2025

भारत में कोरोना वैक्सीन के निर्माण और विकास में 7 कंपनियां है लगी, 20 लाख वैक्सीन का डोज ब्राजील को दिया : चौबे

पटना एम्स में सम्मान समारोह में अश्विनी चौबे ने कोरोना के विरुद्ध लड़ने वाले योद्धाओं को किया सम्मानित


पटना। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि पूरे विश्व में फैले हुए कोरोना महामारी के विरुद्ध भारत ने निर्णायक लड़ाई छेड़ दी है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समय पर लिए गए उचित निर्णय और भारत के वैज्ञानिकों, चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को जाता है। श्री चौबे गुरूवार को पटना एम्स में को-वैक्सीन ट्रायल में योगदान करने वालों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे। जिसमें को-वैक्सीन ट्रायल के बारे में विभिन्न माध्यमों से और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पूरे बिहार में जागरूकता फैलाने में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित करते हुए प्रशस्ति पत्र दिया गया।


श्री चौबे ने कहा कि महामारी के समय इसके बारे में जागरूकता बढ़ाने, लोगों का इलाज करने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मी, वैज्ञानिक और दूसरे क्षेत्रों के व्यक्ति प्रशंसा के पात्र हैं, जिन्होंने इस महामारी को एक अवसर में बदल दिया। इन सबके प्रयास से स्वास्थ्य के क्षेत्र में भारत एक स्वावलंबी देश के रूप में उभर रहा है। श्री चौबे ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी और प्रोएक्टिव कदम से डॉक्टरों, वैज्ञानिकों और हमारे स्वास्थ्य कर्मियों को एक स्पष्ट दिशा और प्रोत्साहन मिला, जिसके कारण इस महामारी से लड़ने में आज हम विश्व में अग्रणी साबित हो रहे हैं। आज भारत में कोरोना वैक्सीन के निर्माण और विकास में 7 कंपनियां लगी हुई है। दो वैक्सीन मार्केट में उपलब्ध हो गए हैं और उम्मीद है कि जून-जुलाई तक आठ वैक्सीन उपलब्ध हो जाएंगे। तीसरे वैक्सीन पर अगले महीने सहमति मिल जाएगी। श्री चौबे ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम हमारी नीति रही है और हमने 20 लाख कोरोना वैक्सीन का डोज ब्राजील को दिया, जो दुनिया के सर्वाधिक कोरोना प्रभावित देशों में रहा है।
कार्यक्रम के आरंभ में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे का स्वागत एम्स पटना के निदेशक डॉ. पीके सिंह ने किया। इसके उपरांत एम्स के निदेशक प्रोफेसर डॉ. सीएम सिंह ने कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में एम्स पटना के डॉक्टरों के योगदान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि भारत में यह पहला संस्था रहा, जिसमें इस वैक्सीन का मानव पर ट्रायल हुआ। इसमें फर्स्ट फेज में 44 लोगों पर दूसरे फेज में 46 लोगों पर और तीसरे फेज में 1216 लोगों पर इसका ट्रायल हुआ।
आज के समापन कार्यक्रम में कोविड के नोडल आफिसर डॉ. संजीव कुमार, डॉ. अविनाश सिंह, डॉ. संजय पांडेय, डॉ. लोकेश तिवारी, डॉ. मुक्ता अग्रवाल, डॉ. देवेंद्र भूषण, डॉ. प्रशांत, डॉ. योगेश, अन्य फैकेल्टी सदस्यों और कर्मचारियों का धन्यवाद ज्ञापन उप निदेशक, प्रशासन परिमल सिन्हा ने किया।

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