बढ़ते गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए खूब पीएं पानी : एम्स निदेशक

फुलवारी शरीफ। कोरोना के खतरे के बीच राजधानी पटना सहित अन्य आसपास के इलाके में लगातार बढ़ते तापमान के साथ ही गर्मी ने भी अपना प्रचंड रूप दिखाना शुरू कर दिया है। ऐसे में हिटवेब और लू के थपेड़ों से लोगों को बचाने के लिए घरों में ही रहना सबसे श्रेयस्कर है और लगातार पानी पीने से शरीर में पानी की मात्रा नियंत्रित रहती है। पटना एम्स के निदेशक डॉ. प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि गर्मी में लू लगना, हीट स्ट्रोक की समस्या, पेट की समस्या से बचने के लिए जरूरी है कि खूब पानी पीएं। बच्चों, गर्भवती महिलाओं व बुजुर्गों सहित हर उम्र के लोगो को अन्य मौसम की तुलना में इस मौसम में शरीर को ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है। यदि उचित मात्रा में पानी न पिया जाए, तो कोशिकाओं में पानी की कमी हो जाती है, जिससे इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगड़ जाता है और बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। एम्स निदेशक ने कहा कि कोरोना का खतरा चल रहा है, ऐसे में बढ़ते गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए बेहद जरूरी नही हो तो घरों से न निकलें। बहुत ज्यादा जरूरी है घरों से निकलना तो खूब पानी पीकर और हल्के कपड़ों से चेहरा-सर ढंककर ही निकलें।
पीएचसी में है पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज और ओआरएस: वहीं फुलवारी शरीफ पीएचसी प्रभारी डॉ. आर के चौधरी ने भी कहा कि गर्मी में बीमारियों से बचने के लिए घर में रहना ज्यादा बेहतर है। अगर बहुत जरूरी काम न हो तो घर से बाहर न निकलें। उन्होंने कहा कि पीएचसी में पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज और ओआरएस उपलब्ध है। सभी लोगो को इस मौसम में ओआरएस का सेवन करना चाहिए। दिन भर काम करने वाले मजदूर या अन्य तबके के लोगो को इसकी ज्यादा जरूरत पड़ती है। उन्होंने कहा कि पीएचसी से आकर लोग ओआरएस ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि पीएचसी में अभी तक कोई गर्मी के प्रकोप का मरीज नहीं आया है।
