बिहार विप चुनाव: पूर्व मंत्री के समर्थकों का राबड़ी आवास के बाहर नारेबाजी, भोला बाबू को उम्मीदवार बनाने की मांग

पटना। बिहार विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवारी को लेकर राजद में घमासान मचा हुआ है। राजद के कोटे के तीन सीटों पर अपनी-अपनी उम्मीवारी को लेकर पार्टी नेता खुलकर सामने आने लगे हैं। सोमवार की सुबह पटना में पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास के बाहर राघोपुर के वरिष्ठ वयोवृद्ध राजद नेता एवं पूर्व मंत्री उदय नारायण राय उर्फ भोला राय के समर्थकों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की। समर्थकों ने कहा कि पार्टी के लिए जीवनभर समर्पित रहे भोला बाबू को यदि विधान परिषद चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया जाता है तो कार्यकर्ताओं में आक्रोश बढ़ेगा। कार्यकर्ताओं ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कोटे के तीन सीटों में से भोला बाबू को विधान परिषद में एक सीट देने का आश्वासन दिया था। बाद में भोला बाबू की जगह अब किसी दूसरे को उम्मीदवार बनाए जाने के खबर पर राघोपुर के राजद कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश पनपने लगा है।
वहीं इस मामले को लेकर उदय नारायण राय ने बताया कि अब तक पार्टी नेतृत्व की ओर से सूचना नहीं दी गई है। इस पर कार्यकर्ताओं ने नेतृत्व के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। कुछ कार्यकर्ताओं ने यहां तक कहा कि यदि उम्मीदवार नहीं बनाया गया, तो पार्टी छोड़ने पर उतारू होंगे। हालांकि भोला बाबू ने कहा कि पार्टी में ऐसी नौबत नहीं आएगी।
बता दें उदय नारायण राय बिहार सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं और उन्होंने राघोपुर की सीट लालू परिवार के लिए छोड़ी थी। उदय नारायण तीन बार रामपुर से विधायक रह चुके हैं। जनता पार्टी के टिकट पर वह 1980 से लेकर 1995 तक के तीन बार निर्वाचित हुए। 1995 में उन्होंने लालू यादव के लिए यह सीट छोड़ दी। लालू यादव यहां से दो बार विधायक रहे और उसके बाद राबड़ी देवी। हालांकि बाद में 2010 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जदयू के सतीश कुमार यादव जीते थे और फिर 2015 में तेजस्वी यादव ने यहां से चुनाव लड़कर जीत हासिल की।

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