December 5, 2025

बिहार विधानसभा में उठा मामला : लॉकडाउन में स्कूल बंद थे तो फिर फीस क्यों ?

पटना। जब कोरोना की वजह से लॉकडाउन में स्कूल बंद थे तो फिर निजी विद्यालय फीस क्यों ले रहे हैं? विधानसभा में शून्यकाल के दौरान कुंदन सिंह ने बेगूसराय से जुड़े इस मामले को उठाया था। शून्यकाल में उठाए गए इस मामले पर विधानसभा अध्यक्ष ने संज्ञान लेते हुए कहा कि पूरे बिहार की यह स्थिति है। सरकार इस मामले को अपने संज्ञान में ले कि लॉकडाउन की अवधि में जब बंद विद्यालय थे तो फिर फीस क्यों ली जा रही?
बिहार में कोरोना संक्रमण का लेकर कुल 213 दिन विद्यालयों में ताले लटके हुए थे। इस दौरान निजी विद्यालय लगातार फीस देने के लिए अभिभावकों पर दबाव बनाते रहे। कई बार इसे लेकर अभिभावकों ने शिकायतें भी की, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। सबसे अधिक उन लोगों को परेशानी हुई, जिनकी कोरोना काल के दौरान नौकरी भी चली गई। ऐसे में स्कूल के दबाव को देखते हुए बड़ी संख्या में अभिभावकों ने बच्चों को स्कूल से नाम भी कटवा दिया।
बताते चलें बिहार में कोरोना के मामले कम होते जा रहे हैं। पिछले साल मार्च-अप्रैल से तेजी से पांव पसारती कोरोना वायरस की चेन अब टूटती नजर आ रही है। इस साल चार जनवरी से राज्य के स्कूल खोलने का सिलसिला शुरू हो गया था। अब एक से लेकर 12वीं तक के स्कूल खोल दिए गए हैं। कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए बच्चे विद्यालय जा रहे हैं।

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