बिहार में होगी कोरोना संक्रमण के रोकथाम पर रिसर्च, स्वीकृति का इंतजार

पटना। बिहार में भी अब कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए रिसर्च होने जा रही है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही इस पर कार्य शुरू होने की संभावना है। इसके लिए डॉक्टरों की टीम ने प्रोजेक्ट भेजा है। पटना के आईजीआईएमएस में दो डॉक्टरों की टीम कोरोना वायरस पर रिसर्च करेगी। जिसमें कोरोना के फैलाव, प्रभावित होने वाले व्यक्तियों के खान-पान, उनके रहन-सहन सहित दूसरे आदतों के बारे में जानकारी एकत्रित करके डाटा बैंक तैयार करेगी। रिसर्च के बाद मिले परिणाम के आधार पर डॉक्टरों की टीम कोरोना के रोकथाम के लिए रणनीति तैयार करेगी। जिससे भविष्य में इस बीमारी पर आसानी से अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए डॉक्टर बिहार के साथ ही दूसरे प्रदेश में भी कोरोना पॉजिटिव मिले मरीजों की सूची तैयार करेंगे। रिसर्च के लिए डॉक्टरों की टीम ने आईजीआईएमएस प्रशासन को प्रोजेक्ट भेज दिया है। यहां से स्वीकृत होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। रिसर्च टीम में आईजीआईएमएस के फिजियोथेरेपी विभाग के हेड डॉ. रत्तेश चौधरी और डॉ. अविनाश कुमार शामिल हैं।

डॉ. रत्तेश चौधरी ने बताया कि शाकाहारी और मांसहारी कोरोना पॉजिटिव मरीजों का अलग-अलग डाटा बैंक तैयार किया जाएगा। इससे मरीजों के बारे में पूरी जानकारी जुटाने में आसानी होगी। ऐसे डाटा बैंक तैयार करने के बाद भविष्य में भी मरीजों के इलाज में आसानी होगी। इसके साथ ही पॉजिटिव मरीजों को होने वाली दूसरी बीमारियों के बारे में भी जानकारी एकत्रित की जाएगी। जिससे कोरोना के अटैक होते समय उसके प्रतिरोधक क्षमता के बारे मे जानकारी मिल सके। कोरोना पर रोक लगाने के लिए फिजियोथेरेपी का भी सहारा लिया जाएगा।

You may have missed