September 18, 2025

बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय में ई-रिसोर्सेज से पढ़ाई जारी रखेंगे विद्यार्थी, बर्ड फ्लू पर एडवाइजरी जारी करेगा विश्वविद्यालय

फुलवारी शरीफ (अजीत)। लॉकडाउन के कारण छात्रों के पठन-पाठन पर कोई असर न पड़े साथ ही पाठ्यक्रम को सुचारू रखने के उद्देश्य से बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों के लिए आनलाइन स्टडी मटेरियल तैयार किया है। जिससे विद्यार्थी घर बैठे अपने सिलेबस को कम्पलीट कर सकेंगे, साथ ही आॅनलाइन टेस्ट पेपर द्वारा उनका मूल्यांकन भी हो पायेगा। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने बताया कि इस वैश्विक महामारी के कारण कोई भी विद्यार्थी अपने शिक्षा से वंचित न हो, इसका पूरा ख्याल किया गया है। इसी के तहत हमने आनलाइन लर्निंग की व्यवस्था की है, जिसमे सभी संकायों के शिक्षकों द्वारा विषय और विभिन्न टॉपिक्स पर पॉवर पॉईंट प्रेजेंटेशन विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। वहीं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद व अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों द्वारा करायी जा रही ई-स्टडी और कोर्सेज को विश्वविद्यालय के वेबसाइट से लिंक किया जा रहा है। नेशनल इमरजेंसी लाइब्रेरी को भी लिंक किया गया है, जहां विद्यार्थियों को रीडिंग मैटेरियल्स, ई-बुक्स, और विभिन्न टॉपिक्स पर रिसर्च मैटेरियल्स आसानी से मिलेंगे। स्टडी मटेरियल विश्वविद्यालय के तीनों अंगीभूत महाविद्यालय के लिए किया गया है, जिनमें बिहार पशु चिकित्सा महाविद्यालय, संजय गांधी गव्य प्रौद्योगिकी संस्थान, पटना और मात्स्यिकी महाविद्यालय, किशनगंज शामिल है।
विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सालय में आ रहे है हर दिन लगभग 15 केस
लॉकडाउन में पशुओं के स्वास्थ को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने पशु चिकित्सकों को इमरजेंसी ड्यूटी के तहत तैनात किया है। इस आवश्यक सेवा के तहत प्रतिदिन मेडिसिन विभाग, सर्जरी विभाग और पशु प्रसूति विभाग से एक डॉक्टर मौजूद रहेंगे। इस दौरान ओपीडी सेवा को बंद रखा गया है।
स्मॉल एनिमल के केस ज्यादा
डॉ. रमेश तिवारी ने बताया कि स्मॉल एनिमल के केस ज्यादा आ रहें है, जिनमें कुत्तों की संख्या अधिक है।
अधिकांश केस स्ट्रीट डॉग बाईट के
डॉ. तिवारी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण स्ट्रीट डॉग्स के व्यवहार में परिवर्तन आया है। लॉकडाउन में खाना नहीं मिलना एक कारण हो सकता है, जिसके कारण वे उग्र होकर पालतू पेट्स को काट रहें है और झगड़ रहे हैं। इन दिनों कई केस आये हैं, जिनमें पालतू डॉग को स्ट्रीट डॉग ने हमला कर काट लिया है।
बर्ड फ्लू पर एडवाइजरी जारी करेगा विश्वविद्यालय
राज्य में बर्ड फ्लू को देखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा पशुपालकों और किसानों के लिए आवश्यक निर्देश (एडवाइजरी) जल्द ही जारी की जाएगी। इस बाबत विश्वविद्यालय प्रशासन को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा निर्देश दिया गया है। विश्वविद्यालय के निदेशक अनुसंधान डॉ. रविन्द्र कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन और सचिव के साथ बैठक में विश्वविद्यालय को भविष्य में बर्ड फ्लू से बचाव के लिए किये जाने वाले महत्वपूर्ण कार्यों पर एक प्रेजेंटेशन देने को कहा गया है, जिसकी तैयारी की जा रही है।
फोन पर हो रहा किसानों के समस्याओं का समाधान
कोरोना वायरस के कारण पशुओं के चारा, मुर्गी दाने, मछली के दानों की कमी तथा पशुओं के खान-पान से संबंधित किसानों के समस्या का समाधान फोन द्वारा विश्विद्यालय के प्रसार शिक्षा विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र जमुई के वैज्ञानिकों के द्वारा किया जा रहा है। पशुपालकों को आस-पास के प्राकृतिक संसाधनों से कैसे पोषित रखे इसपर जानकारियां दी जा रही है।

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