बिहार : तेलंगाना व आंध्रप्रदेश से किऊल स्टेशन पर उतरे 489 प्रवासी

लखीसराय। लॉकडाउन में देश के विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों का बिहार आना लगातार जारी है। दानापुर रेल मंडल अंतर्गत किऊल रेलवे स्टेशन पर बुधवार को तीसरे दिन तेलंगाना और आंध्रप्रदेश के विभिन्न जिले में रह रहे बिहारी प्रवासियों को लाया गया। किऊल रेल थानाध्यक्ष सुधीर कुमार सिंह एवं आरपीएफ इंस्पेक्टर पंकज कुमार गुप्ता की निगरानी में दोनों स्पेशल ट्रेनों से प्रवासियों को किऊल स्टेशन पर उतारा गया। किऊल स्टेशन पर दो श्रमिक स्पेशल ट्रेन से कुल 489 प्रवासी आए। इसमें लखीसराय जिले के मात्र 27 प्रवासी थे। शेष बिहार के 14 अन्य जिलों के रहने वाले थे। प्लेटफॉर्म पर शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए सभी को निकास द्वार पर सैनिटाइज कर बाहर निकाला गया। इसके बाद सभी प्रवासियों को किऊल स्टेशन के बाहर रिटायरिंग रूम के सामने बैठा कर जिलावार प्रवासियों को सूचीबद्ध कर बस से उनके गृह जिला भेज दिया गया। लखीसराय जिले के 27 प्रवासियों में से मुख्य रूप से सूर्यगढ़ा, चानन, हलसी, लखीसराय एवं रामगढ़ चौक प्रखंड के रहने वाले थे। सभी का निबंधन कर थर्मल स्क्रीनिग कर संबंधित प्रखंड के क्वारंटाइन सेंटर भेज दिया गया।
बुधवार की सुबह पहली ट्रेन लिगमपल्ली हैदराबाद ( तेलंगाना) से बरौनी तक जाने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेन किऊल स्टेशन पहुंची। उससे 430 प्रवासी उतरे। इस ट्रेन से लखीसराय के 19, भागलपुर के 151, बांका के 120, मुंगेर के 20, पटना के 01, गया के16, शेखपुरा के 14, नवादा के 13, औरंगाबाद के 06, नालंदा के 08, जमुई के 50 प्रवासी थे। आंध्रप्रदेश से आई ट्रेन से 59 प्रवासी आंध्रप्रदेश के प्रकाशम ओंगोले रेलवे स्टेशन से मुजफ्फरपुर तक जाने वाली दूसरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन से किऊल स्टेशन पर कुल 59 प्रवासी उतरे। प्रवासियों को उतारने के बाद ट्रेन गंतव्य की ओर रवाना हो गई। इस ट्रेन से लखीसराय जिले के 08, नवादा के 39, भागलपुर के 02, मुंगेर के 05, शेखपुरा के 01, जमुई के 04 प्रवासी उतरे सभी को बस से उनके गृह जिला भेज दिया गया।
